वाशिंगटन: अमेरिका में जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी चुनावी रंग में रंगते जा रहे हैं। अब वह कोरोना वायरस को पहले जैसी तवज्जो नहीं दे रहे । इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले जहां ट्रंप कोरोना वायरस से संबंधित अपने कार्यबल के साथ हर दिन व्हाइट हाउस के पोडियम पर नजर आते थे, अब ऐसा होता नहीं दिख रहा। इसके बजाय वह चुनाव में ज्यादा मशगूल दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा पहले उपराष्ट्रपति माइक पेंस और कार्यबल के अधिकारी अपनी बैठकों के तुरंत बाद ट्रंप के कार्यालय जाकर उन्हें जानकारी देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा।
व्हाइट हाउस ने भी यह नहीं बताया है कि ट्रंप ने कार्यबल के अधिकारियों से आखिरी बार कब मुलाकात की थी। एक ओर जहां कोरोना वायरस संक्रमण अमेरिका में 2,15,000 लोगों की जान ले चुका है, वहीं दूसरी ओर ट्रंप लोगों से वायरस को ज्यादा तवज्जो न देने की बात कह रहे हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के फोर्ट एमयर्स में एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों से कहा, ''हम मुश्किलों से निकलने के करीब हैं। हम बाजी पलट रहे हैं।''
एक ओर जहां जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण की दर नयी ऊंचाइयां छू सकती है, वहीं दूसरी ओर ट्रंप लोगों से कह रहे हैं कि वे निराश और हताश लोगों की बातें न सुनें। अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के लिये मतदान होना है। इस बार रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से होगा।
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