पाकिस्तान के परमाणु हथियारों से निपटने को भारत की मदद ले सकते हैं: ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह परमाणु हथियार संपन्न अर्ध-अस्थिर देश पाकिस्तान की समस्या से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों की मदद मांगेंगे।
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह परमाणु हथियार संपन्न अर्ध-अस्थिर देश पाकिस्तान की समस्या से निपटने के लिए भारत और अन्य देशों की मदद मांगेंगे।
ट्रंप ने ये टिप्पणियां इंडियानापोलिस में टाउन-हॉल के दौरान एक सवाल के जवाब में कीं। उनसे पूछा गया था कि वह पाकिस्तान जैसे देशों से कैसे निपटेंगे, जो कई बार अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेलते हैं।
सवाल पूछने वाले व्यक्ति ने कहा, हमने उन्हें (पाकिस्तान को) धन दिया है और उन्होंने हमारे साथ दोहरा खेल खेला। ट्रंप ने कहा, हां, लेकिन पाकिस्तान के साथ समस्या है, उनके पास परमाणु हथियार हैं, जो कि एक वास्तविक समस्या है।
उन्होंने कहा, हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या परमाणु हथियारों की है। इन हथियारों से संपन्न देशों की है और यह इकलौता ऐसा देश नहीं है। इस समय ऐसे नौ देश परमाणु हथियारों से संपन्न हैं।
ट्रंप ने कहा, लेकिन पाकिस्तान अर्ध-अस्थिर है। हम पूर्ण अस्थिरता नहीं देखना चाहते। तुलनात्मक रूप से कहूं तो यह उतना अधिक नहीं है। हमारा थोड़ा अच्छा रिश्ता है। मुझे लगता है कि मैं कोशिश करूंगा और इसे कायम रखूंगा।
ट्रंप ने कहा, यह कहना मेरे स्वभाव के बहुत विपरीत है, लेकिन एक देश हमेशा देश ही होता है। आप जानते होंगे कि हम उन्हें धन देते हैं और उनकी मदद करते हैं लेकिन अगर हम ऐसा नहीं करते तो मुझे लगता है कि वे रास्ते के दूसरे ओर चले जाएंगे और यह वाकई एक मुसीबत बन सकता है।
हालांकि ट्रंप ने यह नहीं बताया कि वह क्या मुसीबत होगी? ट्रंप ने कहा, इसी दौरान, जब आप भारत और कुछ अन्य देशों को देखते हैं तो लगता है कि शायद वे हमारी मदद करेंगे। हम इस दिशा में देख रहे हैं। हमारे पास ऐसे कई देश हैं, जिन्हें हम धन देते हैं और वापसी में हमें उनसे कुछ नहीं मिलता। यह जल्द ही रूकने वाला है।
ट्रंप की ये टिप्पणियां ऐसे समय पर आई हैं, जब सांसदों ने पाकिस्तान से मनचाहे नतीजे न मिलने के बावजूद ओबामा प्रशासन की ओर से उसे अरबों डॉलर की मदद दिए जाने पर सवाल उठाया है।