वाशिंगटन: अमेरिकी सीनेट ने देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद के दुरुपयोग और कांग्रेस (संसद) की कार्रवाई बाधित करने के आरोपों से बरी कर दिया। ट्रंप के खिलाफ आरोपों की कई हफ्ते तक जांच के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाले निम्न सदन प्रतिनिधि सभा ने राष्ट्रपति पर पद के दुरुपयोग और कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने का अभियोग दिसम्बर में लगाया था। रिपब्लिकन बहुमत वाले सीनेट में पद के दुरुपयोग के मामले में 52 सांसदों ने ट्रंप को बरी करने के लिए और 48 ने उनके खिलाफ वोट डाला।
वहीं कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के आरोप से ट्रंप को बरी करने के लिए 53 और उन्हें इस मामले में दोषी करार के लिए 47 सांसदों ने वोट किया। रिपब्लिकन मिट रोमनी ने पद के दुरुपयोग के मामले में ट्रंप के खिलाफ वोट डाला लेकिन कांग्रेस की कार्रवाई बाधित करने के मामले में उन्होंने ट्रंप को बरी करने के पक्ष में वोट दिया।
हालांकि, सीनेट में महाभियोग खारिज होने के बावजूद डैमोक्रेटिक पार्टी की अगुआई में चल रही जांच समाप्त नहीं होगी लेकिन इससे ट्रंप को और चार साल दोबारा वॉइट हाउस पर काबिज होने के अभियान में बढ़त मिलेगी।
सर्वेक्षण एजेंसी गैलप के मुताबिक ट्रंप को पूरे कार्यकाल में 50 फीसदी समर्थन नहीं मिला लेकिन अमेरिका में हुई राजनीतिक ध्रुवीकरण के कारण महाभियोग पर फैसला आने की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति को 49 फीसदी लोगों का समर्थन मिला जो अबतक सबसे अधिक है।
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