वाशिंगटन: कांग्रेस के समक्ष अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले संयुक्त संबोधन में उनकी आव्रजन नीतियों के खिलाफ राजनीतिक नाराजगी दर्ज कराने के लिए डेमोक्रेट सदस्यों ने आज भारतीय समेत कुछ दक्षिण एशियाई प्रवासियों को आमंत्रित किया। ट्रंप के संबोधन के दौरान भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के प्रवासी मौजूद थे। विभिन्न बयानों में कुछ डेमोक्रेट सदस्यों ने कहा था कि राष्ट्रपति के कथित प्रवासी-विरोधी भाषणों ने देश में घृणा का माहौल बना दिया है।
डेमोक्रेटिक सांसद रूबेन किहुएन ने कहा कि उन्होंने भारतीय-अमेरिकी जिया खान को लास वेगास से अपनी निजी मेहमान के तौर पर बुलाया है। जिया एक हृदयविशेषज्ञ हैं। किहुएन ने कहा, अब समय आ गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप अपनी आव्रजन-विरोधी और अमेरिकी-विरोधी नीतियों की असलियत का सामना करें और यह समझें कि उनके भाषणों का देश के समुदाय पर असर पड़ रहा है। हर दिन, प्रवासी अपने खुद के अमेरिकी स्वप्न के लिए काम करते हुए हमारे देश और हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं।
कांग्रेस सदस्य जिन लेंजविन ने कहा कि उन्होंने एक चिकित्सक एहसुन मिर्जा को ट्रंप के संबोधन में मेहमान के तौर पर बुलाया है। मिर्जा मूल रूप से पाकिस्तान से हैं। उन्होंने कहा, विविधता हमारे देश को मजबूत बनाती है और मेरा मानना है कि इसका जश्न मनाया जाना चाहिए। मैं अपने मित्र डॉ मिर्जा को आमंत्रित करने पर गर्व महसूस कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि 28 फरवरी को उनकी मौजूदगी राष्ट्रपति को यह याद दिलाएगी की सच्चे अमेरिकी हर रंग और हर नस्ल के हो सकते हैं। वे सभी यहां जन्मे नहीं होते। शक्तिशाली सांसद जो क्राउले ने घृणा अपराध के पीडि़त एक बांग्लादेशी-अमेरिकी को आमंत्रित किया था।
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