न्यूयार्क: अमेरिका के चुनाव वकीलों और डेटा विशेषज्ञों के एक समूह ने हिलेरी क्लिंटन की प्रचार मुहिम से कहा है कि वे राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिहाज महत्वपूर्ण विस्कॉन्सिन, मिशिगन और पेंसिल्वेनिया राज्यों में यह सुनिश्चित करने के लिए दोबारा मतगणना की मांग करें कि कुल संख्या में हेर फेर करने के लिए कोई साइबर हमला तो नहीं किया गया था। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि परिणाम हैक किए गए थे या इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ कोई गड़बड़ी की गई थी। क्लिंटन कैंपेन से कल पूछा गया था कि क्या उनकी ओर से दोबारा मतगणना की याचिका दी जाएगी, जिस पर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। इन तीनों राज्यों में पुन: मतगणना करवाने की अपील करने की अंतिम समयसीमा तेजी से निकट आ रही है। (विदेश की खबरों के लिए पढ़ें)
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को विस्कॉन्सिन, पेंसिल्वेनिया और मिशिगन में मामूली अंतर से जीत मिली थी। तीनों राज्यों में इससे पिछले कुछ राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी को ही जीत मिलती रही है। मतदान अधिकार अटॉर्नी जॉन बोनिफाज और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन सेंटर फॉर कम्प्यूटर सिक्योरिटी एंड सोसाइटी के निदेशक जे एलेक्स हैल्डरमैन ने इस सप्ताह क्लिंटन कैंपेन से संपर्क किया था।
हैल्डरमैन ने मीडियम पर कल एक लेख में इस बात पर जोर दिया कि समूह के पास साइबर हमले या मतदान में किसी प्रकार की अनियमितता का कोई सबूत नहीं है। हालांकि उन्होंने ऐसी किसी भी संभावना को खत्म रने के लिए फिर से मतगणना की अपील की। इस संबंध में ट्रंप के सत्ता हस्तांतरण दल की प्रतिक्रिया पूछी गई लेकिन उनकी ओर से इसका तत्काल कोई जवाब नहीं दिया गया।
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