वॉशिंगटन: अमेरिकी संसद ने बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका देते हुए सऊदी अरब और अन्य सहयोगियों को हथियार बेचने पर रोक लगा दी है। इसे डोनाल्ड ट्रंप के साथ-साथ सऊदी अरब के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि अमेरिकी संसद की इस रोक के चलते माना जा रहा है कि ट्रंप अब वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि ट्रंप अक्सर सऊदी अरब को अपने देश का महत्वपूर्ण सहयोगी बताते रहे हैं।
खशोगी की हत्या के बाद से नाराज हैं सांसद
सऊदी के पत्रकार जमाल खशोगी की पिछले साल संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या के बाद से ही सांसद इस अरब देश से नाराज थे। इस साल की शुरुआत में ट्रंप द्वारा आपातकालीन उपायों के तहत घोषित विवादास्पद बिक्री को रोकने वाले 3 प्रस्तावों को मंजूरी दी भी गई थी। आलोचकों का कहना है कि हथियारों की बिक्री यमन में विनाशकारी युद्ध को बढ़ावा देगी, जहां सऊदी अरब ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका समर्थित गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र भी है खिलाफ
सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना द्वारा लगातार किए जाने वाले हमलों को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इससे दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संकट शुरू हो गया है। ‘हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव फॉरेन अफेयर्स कमेटी’ के अध्यक्ष एलियट एंगेल ने सदन में कहा, ‘जब हम देखते हैं कि यमन में क्या हो रहा है, तो अमेरिका के लिए इसके लिए कदम उठाना आवश्यक है।’ आपको बता दें कि यमन में पिछले कुछ सालों से युद्ध चल रहा है जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिक मारे गए हैं।
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