शिकागो: उत्तर कोरिया की जेल से 18 महीने पहले रिहा हुए अमेरिकी छात्र ओटो वार्मबेयर की मौत हो गई है। हालत में सुधार नहीं होने के बाद पिछले सप्ताह ही उसको कोमा से बाहर निकालकर घर लाया गया था। इस 22 वर्षीय छात्र को गंभीर दिमागी चोट लगी थी और पिछले सप्ताह मंगलवार को उसको कोमा से बाहर निकाला गया था। इसके छह दिनों बाद ओहायो के सिनसिनाटी में उसका निधन हो गया। आखिरी समय परिवार के लोग और नजदीकी रिश्तेदार उनके पास थे। (आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए लंदनवासियों ने निकाला जुलूस)
परिवार ने एक बयान में कहा, उत्तर कोरिया के हाथों हमारे बेटे को जिस तरह से यातना दी गई उससे स्पष्ट था कि यही होने वाला है। यह अमेरिकी नौजवान वहां पर्यटक के तौर पर गया था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पिछले साल मार्च में उसे उत्तर कोरिया के एक होटल का राजनीतिक पोस्टर चुराने के आरोप में 15 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। बाद में उनको रिहा किया गया था जिसके बाद उनको अमेरिका वापस लाया गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युवक की मौत को लेकर उार कोरिया पर निशाना साधा। ट्रंप ने कहा, यह (उत्तर कोरिया) बर्बर शासन है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने युवक की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कहा, खराब चीजें हुई थीं, लेकिन अच्छी बात थी कि वह अपने माता-पिता के पास लौट आए थे। उन्होंने कहा, इस पीड़ित को लेकर शोकाकुल होने के साथ अमेरिका एक बार फिर उत्तर कोरियाई शासन की बर्बरता की निंदा करता है।
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