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अदालत ने जानबूझकर लगाया आव्रजन आदेश पर प्रतिबंध

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आव्रजन आदेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए अदालत की आलोचना करते हुये कहा कि काफी राजनीतिक होकर जानबूझकर यह फैसला दिया गया। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश

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वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आव्रजन आदेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए अदालत की आलोचना करते हुये कहा कि काफी राजनीतिक होकर जानबूझकर यह फैसला दिया गया। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के पद के लिए नामांकित किये गये नील गोर्सच ने इसके लिए ट्रंप की आलोचना की है। पुलिस प्रमुखों के एक समूह से बात करते हुये ट्रंप ने कहा, यह आव्रजन आदेश हमारे देश की सुरक्षा के लिए दिया गया था। ट्रंप के मुताबिक आव्रजन कानून का एक हिस्सा उन्हें प्रतिबंध को लागू करने की शक्ति देता है, इसका जिक्र करते हुये उन्होंने इसे खूबसूरती से लिखा बताया।

ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब नाइन्थ अमेरिकी सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर अस्थायी यात्रा प्रतिबंध समेत आव्रजन पर उनके शासकीय आदेश की अपील पर विचार कर रहा है। गौरतलब है कि एक संघीय अदालत ने इस शासकीय आदेश पर रोक लगा दी थी जिसे चुनौती देते हुये ट्रंप प्रशासन ने एक अपील दायर की है। ट्रंप ने शासकीय आदेश पर रोक लगाने वाले न्यायाधीश की आलोचना करते हुये उन्हें तथाकथित न्यायाधीश और उनके फैसले को बेतुका बताया था।

दूसरी ओर, सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश पद पर ट्रंप द्वारा नामित किये गये नील गोर्सच ने कनेक्टिकट से सांसद सेन रिचर्ड ब्लूमेंथल के साथ कल मुलाकात में ट्रंप की आलोचना की। ब्लूमेंथल के मुताबिक न्यायाधीश नील गोर्सच ने न्यायपालिका के बारे में राष्ट्रपति की टिप्पणियों को हतोत्साहित करने वाला और बेहद निराशाजनक बताया। गोर्सच की टीम ने उनकी इस टिप्पणी की पुष्टि की है।

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