वाशिंगटन. अमेरिका में बायडेन युग की शुरुआत हो गई है। जो बायडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले चुके हैं। राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही प्रेसिडेंट बायडेन एक्शन में भी आ गए हैं। उन्होंने व्हाइट हाउस पहुंचते ही ताबड़तोड़ 15 बड़े फैसलों पर साइन किए। जिनमें सबसे बड़ा फैसला वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानी WHO से पहले की ही तरह फिर जुड़ने का ऐलान है। डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना महामारी के दौरान चीन के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए WHO से नाता तोड़ लिया था। इसके अलावा पैरिस क्लाइमेट समझौते में भी अब अमेरिका दोबारा से शामिल होगा। इससे जुड़े ऑर्डर पर भी बायडेन ने साइन किए। आइए आपको बताते हैं राष्ट्रपति बनते ही जो बायडेन द्वारा लिए गए बड़े फैसले।
पढ़ें- इस देश के प्रमुख को पहली इंटरनेशनल कॉल लगाएंगे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन, देंगे बड़ा झटका
पढ़ें- स्कूल मालिकों ने दिखाई धौंस! बोले- फीस नहीं दोगे तो...
- ट्रंप का फैसला पलटा, WHO से फिर जुड़ेगा अमेरिका
- पैरिस क्लाइमेट समझौते में अमेरिका को फिर शामिल किया
- नस्लीय भेदभाव को लेकर आदेश भी निरस्त किया
- अमेरिका में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य किया
- मुस्लिम देशों के नागरिकों से travel ban हटाया
- मैक्सिको वॉल के लिए नेशनल इमरजेंसी डिक्लरेशन को खत्म किया
पढ़ें- Tandav Web Series: और बढ़ीं निर्माताओं की मुश्किलें!
पढ़ें- क्या यूपी BJP और योगी सरकार में होंगे बड़े बदलाव? दो दिन के लिए लखनऊ जा रहे हैं नड्डा
बायडेन ने अमेरिका के साझेदारों के साथ संबंधों को दुरुस्त करने का वादा किया
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने बुधवार को पद की शपथ लेने के बाद अमेरिका के साझेदारों के साथ संबंधों को दुरुस्त करने और दुनिया के साथ एक बार फिर साझेदारी बढ़ाने का वादा किया। देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा कि देश ने परीक्षा की घड़ी पार की है और मजबूत बनकर उभरा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के 78 वर्षीय अनुभवी नेता ने अपने भाषण में कहा, "हम शांति, प्रगति और सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत और विश्वस्त साझेदारी होंगे।"
पढ़ें- लखनऊ में रेल हादसा टला, ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरे
पढ़ें- पाकिस्तान में पीएम मोदी के पोस्टर, अलग सिंधुदेश के लिए निकाली गई बड़ी रैली, इमरान की उड़ी नींद
उन्होंने कहा, "अमेरिका ने परीक्षा दी है और मजबूत होकर उभरा है। हम अपने साझेदारों के साथ संबंधों को दुरुस्त करेंगे और एक बार फिर दुनिया के साथ अपना मेल-जोल बढ़ाएंगे। हम सिर्फ अपनी शक्ति के आधार पर नेतृत्व नहीं करेंगे, बल्कि उदाहरण पेश करेंगे और उसके आधार पर आगे चलेंगे। हम शांति, प्रगति और सुरक्षा के लिए मजबूत तथा विश्वस्त साझेदार साबित होंगे।"
Latest World News