वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की चौंकाने वाली जीत के ख़िलाफ़ कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन और नारेबाज़ी के बाद अब लोगों का ग़ुस्सा जूते पर भी निकलने लगा है। ट्रंप की हार से दुखी और नाराज़ लोगो ने गुरुवार को न्यूयॉर्क, शिकागो, फ़िलाडालफ़िया, बोस्टन, कैलिफ़ोर्निया, कोलोराडो, सीटल और अन्य शहरों में प्रदर्शन किया था। विभिन्न जाति, धर्म और आयु वर्ग के लोगों ने ट्रंप पर कट्टरवादी और नस्लवादी होने के आरोप लगाए हैं।
इसी के साथ ही अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सबसे विभाजनकारी वादों में से एक मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश प्रतिबंध करने के नारे को उनकी प्रचार वेबसाइट से गायब कर दिया गया लेकिन बाद में फिर से दिखने लगा। ट्रंप के प्रचार स्टाफ ने अमेरिकी मीडिया से कहा कि केलिफोर्निया के सान बर्नार्डिनो में आतंकवादी हमले के बाद दिसम्बर में लगाई गई यह पोस्ट तकनीकी खराबी के कारण गायब हो गई।
पत्रकारों ने कल इसके गायब होने पर सवाल उठाया था जिसके बाद यह पोस्ट फिर दिखा था। प्रचार अभियान ने एक बयान जारी कर बताया, वेबसाइट सभी विशिष्ट प्रेस विग्यप्तियों को अस्थायी रूप से होमपेज की तरफ भेज रही थी। वर्तमान में इसका समाधान किया जा रहा है और जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा।
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