वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई है। ट्रंप का विमान उस वक्त डैंजर जोन में आ गया जब एयरफोर्स वन के बेहद नजदीक एक ड्रोन आ गया। एयरफोर्स वन में सवार लोगों की मानें तो डोनाल्ड ट्रंप के विमान से इस ड्रोन की टक्कर होते-होते बची। हैरान कर देने वाली यह घटना वाशिंगटन एयरपोर्ट के पास हुई। बताया गया कि ट्रंप का प्लेन टच डाउन कर रहा था तभी अचानक से एक पीले और काले रंग का ड्रोन प्लेन के पास आ गया।
पता चला है कि ये ड्रोन प्लेन के दाहिने हिस्से की ओर था। इस घटना की जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। हालांकि अबतक इस बारे में किसी भी एजेंसी ने कोई खास जानकारी शेयर नहीं की है। सवाल है कि ये ड्रोन कैसे अचानक से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्लेन के नजदीक आ गया और कैसे सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा व्यवस्था पूरी दुनिया में सबसे सख्त मानी जाती है। इतना ही नहीं नीले और सफ़ेद रंग से तैयार अमेरिका के राष्ट्रपति का विमान बेहद खास होता है। अमेरिकी वायु सेना के जिस विमान में वहां के राष्ट्रपति सफ़र करते हैं उसे एयरफोर्स वन कहा जाता है। एयर फ़ोर्स वन शब्द से पता चलता है कि ये राष्ट्रपति का विमान है और वो विमान में मौजूद हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति का ये प्लेन कई मामलों में बोइंग के दूसरे विमानों से अलग हैं। इस प्लेन पर मिसाइल के अटैक का असर भी नहीं पड़ता। आधुनिक तकनीक, अपडेटेड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, दूरसंचार के सभी साधन, अंदर की डिज़ाइन और विमान की फ़र्निशिंग इसे ख़ास बना देता है। आज के समय में इस्तेमाल होने वाले विमान की ऊंचाई 6 मंज़िला इमारत जितनी है। एयरफोर्स वन की लंबाई एक फ़ुटबॉल फ़ील्ड के बराबर है।
जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त डोनाल्ड ट्रंप बोईंग कंपनी के मोडिफाइड 757 से सफर कर रहे थे। बता दें कि हर साल अमेरिका में इस तरह की कई घटनाएं सामने आती हैं लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई ये घटना सुरक्षा में सेंधमारी की तरह है। आमतौर पर अमेरिका में 400 फीट से ऊपर ड्रोन उड़ाने की इजाजत नहीं है। ऐसे में ये घटना कई सवाल खड़े कर रही है।
Latest World News