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Hindi News विदेश अमेरिका छात्र की मौत के बाद उत्तर कोरिया पर बुरी तरह भड़के ट्रंप

छात्र की मौत के बाद उत्तर कोरिया पर बुरी तरह भड़के ट्रंप

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी छात्र ओटो वार्मबेयर की मौत के बाद उत्तर कोरिया के क्रूर शासन को आड़े हाथ लिया है।

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शिकागो: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी छात्र ओटो वार्मबेयर की मौत के बाद उत्तर कोरिया के क्रूर शासन को आड़े हाथ लिया है। वार्मबेयर को उत्तर कोरिया में करीब 18 महीने की हिरासत के बाद गत सप्ताह कोमा में रिहा किया गया था। 22 वर्षीय छात्र को गत मंगलवार को चिकित्सकीय आपात स्थिति को देखते हुए उत्तर कोरिया से निकालकर अमेरिका लाया गया था। वह ब्रेन डैमेज से पीड़ित था। उसने ओहियो स्थित अपने गृह नगर सिनसिनाटी में छह दिन बाद दम तोड़ दिया। परिवार ने कल वार्मबेयर की मौत की घोषणा करते हुए एक बयान जारी करते हुए कहा, उत्तर कोरिया के हाथों हमारे बेटे को जिस तरह से यातना दी गई उससे स्पष्ट था कि इसके अलावा अन्य कोई परिणाम सामने आने वाला नहीं था। (अमेरिका: 13 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं खरीद पाएंगे स्मार्टफोन)

वार्मबेयर उत्तर कोरिया की यात्रा पर था जब उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले साल मार्च में उसे उत्तर कोरिया के एक होटल से राजनीतिक पोस्टर चुराने के आरोप में 15 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। अमेरिकी अधिकारियों ने उसकी सजा को उसके कथित अपराध से अधिक बताया था। ट्रंप ने छात्र की मौत की खबर के बाद उत्तर कोरिया की निंदा की। उन्होंने व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम में कहा, यह एक क्रूर शासन है। बुरी चीजें हुई लेकिन हम कम से कम उसे उसके घर पर उसके अभिभावकों तक ले आये।

उन्होंने बिना कोई स्पष्टीकरण देते हुए कहा, हम इसे संभाल लेंगे। ट्रंप ने अलग से जारी एक लिखित जवाब में कहा, ओटो की इस हालत ने ऐसी त्रासदी रोकने की मेरे प्रशासन की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है जिससे कि बेगुनाह लोगों को ऐसे शासन में फंसने से रोका जा सके जो कानून के शासन या मूलभूत मानवीय शिष्टता का पालन नहीं करता। विदेश मंत्री रेक्स टिलर्सन ने कहा, हम ओटो वार्मबेयर की अनुचित कैद के लिए उत्तर कोरिया को जिम्मेदार ठहराते हैं और उन तीन अन्य अमेरिकियों की रिहायी की मांग करते हैं जिन्हें अवैध रूप से हिरासत में रखा गया है।

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