वाशिंगटन: चीन में किसी रहस्यमयी बीमारी के शिकार हुए अपने कई राजनयिकों को अमेरिका इलाज के लिए वापस बुला रहा है। वहीं चीन ने कहा कि उसने घटनाओं की जांच की और उसे इस ध्वनि आघात को लेकर ‘‘कोई सुराग’’ नहीं मिला। एक अधिकारी ने आज बताया कि हाल ही में मेडिकल रिपोर्टों के जरिए अमेरिकी विदेश विभाग को यह जानकारी मिली कि चीन में राजनयिकों को भी वैसी ही बीमारी हुई है, जैसी कि क्यूबा में अमेरिकी अधिकारियों को हुई थी। इसके बाद कई राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया गया। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट की पुष्टि होने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने चीन के गुआनझोऊ में मेडिकल टीम भेजी है। वह अमेरिकी सरकार के सभी कर्मचारियों और अनुरोध के आधार पर उनके परिवार के सदस्यों की भी मेडिकल जांच करेगी। जिन कर्मचारियो में ऐसे लक्षण मिले हैं या जिन्होंने अनुरोध किया है उनकी मेडिकल जांच की जा रही है। (यहां गर्मी के कारण महिला ने कार की बोनट पर पका डाली मछली )
उन्होंने कहा कि मेडिकल जांच के दौरान ही विदेश मंत्रालय ने कई लोगों को आगे की जांच और इलाज के लिए अमेरिका वापस बुलाया है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुन्यिंग ने अमेरिकी राजनयिकों पर रहस्यमय ध्वनि आघात की खबरों को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चीन ने अमेरिका के आरोपों को लेकर जांच की लेकिन उसे कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन के संबंधित अधिकारियों ने जांच की और अमेरिका को जानकारी दे दी। हमें इस स्थिति, जिसकी अमेरिका ने चर्चा की है, को लेकर कोई कारण या सुराग नहीं मिला।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार नवीनतम घटना को लेकर अमेरिका ने चीन के साथ कोई जानकारी साझा नहीं की। हमें न्यूयार्क टाइम्स की एक खबर से यह जानकारी मिली। मैं संबंधित सूचना से वाकिफ नहीं हूं। अगर सच में कोई समस्या है तो अमेरिका चीन के साथ सीधा संपर्क एवं संवाद कर सकता है और चीन इसकी जांच के लिए एक जिम्मेदार रवैया अपनाएगा।’’ गौरतलब है कि हाल ही में विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ‘हेल्थ इंसिडेंट्स टास्क फोर्स’ के गठन की बात कही थी जो अमेरिकी विदेश मंत्रालय और सरकार की अन्य एजेंसियों के बीच समन्वयक का काम करेगी।
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