Apollo 11 Space Mission: इतिहास के पन्नों में 20 जुलाई की तारीख एक ऐसी घटना के साथ दर्ज है, जिसने चांद को कवियों की कल्पनाओं और रूमानियत के नफीस एहसास से निकालकर हकीकत की पथरीली जमीन पर उतार दिया। दरअसल, वह 20 जुलाई का ही दिन था जब नील आर्मस्ट्रांग के रूप में किसी इंसान ने पहली बार चंद्रमा की सतह पर कदम रखा। नील आर्मस्ट्रॉन्ग के कुछ मिनट बाद एडविन 'बज़' एल्ड्रिन ने चांद पर कदम रखा।
ये मिशन दो लोगों नील आर्मस्ट्रांग और एडविन 'बज़' एल्ड्रिन को चंद्रमा पर लाने और उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाने का था। अमेरिका के फ्लोरिडा प्रांत में स्थित जॉन एफ कैनेडी अंतरिक्ष केन्द्र से उड़ा नासा का अंतरिक्ष यान अपोलो- 11, 20 जुलाई 1969 को इंसान को धरती के प्राकृतिक उपग्रह चांद पर लेकर पहुंचा। यह यान 21 घंटे 31 मिनट तक चंद्रमा की सतह पर रहा।
अपोलो- 11 अंतरिक्ष यान में माइकल कॉलिन्स ने मॉड्यूल पायलट की जिम्मेदारी संभाली थी, जिससे नील आर्मस्ट्रॉन्ग और एडविन 'बज़' एल्ड्रिन चांद पर भ्रमण के लिए निकले सकें। जिस लूनर मॉड्यूल से ये दोनों एस्ट्रोनॉट्स अपोलो- 11 से निकल चांद तक पहुंचे उसे 'द ईगल' नाम दिया गया है। अपोलो- 11 के इस मिशन के साथ ही चांद पर पहुंचने वाले नील आर्मस्ट्रॉन्ग पहले और एडविन 'बज़' एल्ड्रिन दूसरे शख्स बने।
भारत में चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारियों के बीच इस अभियान के 50 बरस पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है। इसी जश्न में शामिल होते हुए गूगल ने आज अपना खास डूडल मिशन अपोलो-11 को ही समर्पित किया है। गूगल ने अपने डूडल में नील आर्मस्ट्रॉन्ग को चांद पर कदम रखते हुए दिखाया है। जिसकर क्लिक करने पर एक वीडियो शुरू होता है, जो उस पूरे सफर को दर्शाता है।
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