रूस के राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन को चुनौती देने वाली महिला उम्मीदवार और पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा को चुनाव आयोग ने बड़ा झटका दिया है। वर्ष 2024 के चुनाव में राष्ट्रपति पुतिन को चुनौती देने वालों में सबसे आगे चल येकातेरिना डंटसोवा की उम्मीदवारी को चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया है। इससे पुतिन के रास्ते का सबसे बड़ा कांटा साफ हो गया। पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा पुतिन की सबसे बड़ी विरोधी मानी जाती हैं। वह रूस-यूक्रेन युद्ध में पुतिन के हमले का विरोध करती आ रही हैं। पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा यूक्रेन में शांति लाने का आह्वान कर रही हैं। मगर अब राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का उनका सपना टूट चुका है।
यूक्रेन में शांति का समर्थन कर रही रूस की एक नेता के चुनावी अभियान को शनिवार को उस समय यह धक्का लगा, जब देश के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने दस्तावेजों में गलतियों का हवाला देकर समर्थकों के एक समूह द्वारा सौंपे उनके शुरुआती नामांकन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा यूक्रेन में शांति का आह्वान कर रही हैं और उन्हें चुनाव में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चुनौती देने की उम्मीद है। मगर चुनाव आयोग ने उनके नामांकन में 100 गलतियां पकड़ी हैं और इसे रद्द कर दिया है।
नामांकन रद्द करने के बाद बोलीं पूर्व सांसद येकातेरिना डंटसोवा
अपना नामांकन रद्द होने के बाद डंटसोवा ने मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर लिखा, ‘‘केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने 23 दिसंबर को मेरा नामांकन पत्र स्वीकार करने से इनकार कर दिया।’’ डंटसोवा के चुनाव प्रचार अभियान से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल के अनुसार, आयोग को उनके नामांकन पत्रों में 100 गलतियां मिली हैं जिनमें नामों की वर्तनी में गलतियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वह इस फैसले को रूस के उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगी और उन्होंने याब्लोको (एप्पल) राजनीतिक दल के नेताओं से उन्हें उम्मीदवार नामित करने की अपील की। (एपी)
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