मॉस्को: यूरोप में इन दिनों ऊर्जा संकट को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। आम जनता से लेकर सरकारों तक को आने वाले सर्दियों में ऊर्जा की कमी की चिंता सता रही है। दरअसल, यूरोप में सर्दियों के दिनों में घरों को गर्म रखने के लिए रूस से आने वाली प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यूक्रेन युद्ध के चलते मामला थोड़ा टेढ़ा हो गया है। इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर यूरोप की सरकारों के साथ-साथ वहां की जनता को भी राहत मिलेगी।
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‘यूरोप को बढ़ा सकते हैं गैस की सप्लाई’
व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि उनका देश बाल्टिक सागर के जरिए जर्मनी जाने वाली नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन से यूरोप को गैस की सप्लाई फिर शुरू करने के लिए तैयार है। पुतिन ने मॉस्को में एक ऊर्जा मंच को संबोधित करते हुए फिर आरोप लगाया कि नॉर्ड स्ट्रीम 1 पाइपलाइन के दोनों लिंक और नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के दो में से एक लिंक में विस्फोटों के पीछे अमेरिका का हाथ होने की आशंका है। पाइपलाइन में विस्फोटों के कारण बड़े पैमाने पर गैस का रिसाव हुआ और उनसे सप्लाई ठप हो गई है। अमेरिका पहले भी पुतिन के ऐसे आरोपों को खारिज कर चुका है।
यूरोपीय देशों ने किसी को दोष नहीं दिया
बता दें कि कई यूरोपीय देशों ने कहा कि नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन में ब्लास्ट शायद तोड़फोड़ के कारण हुआ। हालांकि यूरोपीय देशों ने पाइपलाइन में ब्लास्ट के लिए किसी पर दोष नहीं लगाया है। पुतिन ने दावा किया कि इन पाइपलाइन पर हमला उन लोगों ने किया है जो रूस से सस्ती गैस की सप्लाई को रोककर यूरोप को कमजोर करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पाइपलाइन में तोड़फोड़ अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की एक घटना है और इसका उद्देश्य सस्ती ऊर्जा की सप्लाई को रोक कर पूरे महाद्वीप की ऊर्जा सुरक्षा को प्रभावित करना है।
रूस अभी भी कर रहा है गैस की सप्लाई
व्लादिमीर पुतिन ने आरोप लगाया कि अमेरिका चाहता है कि यूरोप महंगी लिक्विफाइड नैचरल गैस इंपोर्ट करने के लिए मजबूर हो। पुतिन ने कहा, ‘जो लोग रूस और यूरोपीय संघ के संबंधों को खराब करना चाहते हैं, नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन में तोड़फोड़ के पीछे वे ही लोग हैं।’ बता दें कि रूस अब भी यूक्रेन के जरिए यूरोप को गैस की सप्लाई कर रहा है लेकिन बाल्टिक पाइपलाइन में विस्फोटों ने सर्दियों के मौसम से पहले यूरोप में ऊर्जा की कमी की आशंका को बढ़ा दिया है।
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