यूक्रेन-रूस वार को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज शांति वार्तो के लेकर बड़ा बयान दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में चीन, भारत और ब्राजील मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। पुतिन ने कहा कि युद्ध के पहले सप्ताह में इस्तांबुल में वार्ता के दौरान रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच हुआ एक प्रारंभिक समझौता, जो कभी लागू नहीं हुआ, वार्ता के लिए आधार बन सकता है।
ईस्टर्न इकॉमिक फोरम में कही ये बात
पुतिन ने कहा कि चीन, भारत और ब्राजील यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। पुतिन ने ये बातें ईस्टर्न इकॉमिक फोरम में कही। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को कब्जे में लेना है। रूसी सेना धीरे-धीरे कुर्स्क क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को खदेड़ रही है। पुतिन का यह बयान पीएम मोदी के अगस्त के यूक्रेन दौरे और रूस के जुलाई दौरे के बाद आया है।
पीएम ने किया यूक्रेन और रूस का दौरा
पीएम मोदी ने रूस के दौरे के बाद हाल ही में यूक्रेन का भी दौरा किया था, पीएम मोदी 23 अगस्त को यूक्रेन के दौरे पर गए थे, वह पोलैंड से ट्रेन के रास्ते कीव पहुंचे थे। यहां उनकी और राष्ट्रपति जेलेंस्की की फोटो तेजी से वायरल हुई थी। वहीं पीएम मोदी जुलाई में रूस गए थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति ने उन्हें रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया था। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को अपने हाथों से उनके गले में ये पहनाया था। इस दौरान दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छा गई थीं। जिससे जेलेंस्की नाराज हो गए थे। पीएम मोदी की ये दोनों यात्राएं काफी महत्वपूर्ण थी, जिसकी चर्चा ग्लोबल लेवल पर हुई थी।
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