मॉस्को: रूसी सैनिकों ने आज यूक्रेन समेत उसके अमेरिका जैसे सहयोगियों को बड़ा झटका दिया है। रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के वुहलेदर पर शहर कब्ज़ा कर लिया है। रूसी सेना के कब्जे के बाद बचे-खुचे यूक्रेनी सैनिक इलाका छोड़कर पीछे भाग गए हैं। रूस ने यूक्रेन के इस शहर पर ऐसे वक्त में कब्जा किया है, जब कीव का सबसे बड़ा सहयोगी अमेरिका इजरायल-ईरान के साथ युद्ध में उलझा है। रूसी सेना ने मौका पर यूक्रेनी सेना को यहां से पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
यह यूक्रेन का एक ऐसा गढ़ था, जहां 2022 में रूस द्वारा पूर्ण पैमाने पर हमला शुरू करने के बाद भी उसे तीव्र विरोधी हमलों का सामना करना पड़ा था। अब तक रूसी सैनिक इस शहर से यूक्रेनी सैनिकों को पीछे नहीं हटा पाए थे, लेकिन आज बुधवार को रूसी सेना ने यहां अपने झंडे फहरा दिए हैं। यह यूक्रेन पर रूसी सेना की एक और प्रगति का प्रमाण है। अब तक रूसी सेना यूक्रेन पांचवें हिस्से पर नियंत्रण पा चुकी है। लुहांस्क, दोनेत्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन के ज्यादातर इलाके पहले से ही रूसी सेना के कब्जे में हैं।
कोयला खनन के लिए जाना जाता है वुहलेदर
यूक्रेन का यह शहर कोयले की खान के लिए जाना जाता है। यूक्रेन की पूर्वी सैन्य कमान ने कहा कि उसने रूसी सैनिकों की घेराबंदी से बचने के साथ अपने "कर्मियों और सैन्य उपकरणों को सुरक्षित रखने" के इरादे से एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित वुहलेदर शहर से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। इसे कोयला खनन शहर के तौर पर जाना जाता है। हालांकि अभी रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपनी दैनिक युद्धक्षेत्र रिपोर्ट में वुहलेदर का उल्लेख नहीं किया है। जबकि रूसी टेलीग्राम चैनलों ने टूटी हुई इमारतों पर रूसी तिरंगे झंडे को लहराते हुए सैनिकों का वीडियो प्रकाशित किया है। (रायटर्स)
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