गाजा में युद्ध पीड़ितों को मानवीय मदद पहुंचा रहे सहायताकर्मियों की इजरायली बमबारी में लगातार हो रही मौतों से संयुक्त राष्ट्र आग बबूला हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुट्रेस ने इजरायल से यक्ष प्रश्न पूछते हुए कहा है है कि गाजा में मानवीय मदद पहुंचा रहे 196 सहायता कर्मी क्यों मारे गए? बता दें कि यूएन महासचिव ने इस सवाल के साथ ही शुक्रवार को इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा पट्टी में मारे गए सभी 196 सहायता कर्मियों की मौत की स्वतंत्र जांच का आह्वान किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इजरायल शीघ्र और प्रभावी ढंग से सहायता पहुंच बढ़ाएगा।
इससे पहले बीते सोमवार को तीन इजरायली हवाई हमलों में अमेरिका स्थित खाद्य चैरिटी वर्ल्ड सेंट्रल किचन के लिए काम करने वाले सात लोगों की मौत के बाद 2.3 मिलियन लोगों के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र में मानवीय संकट पर वैश्विक आक्रोश बढ़ गया है। फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इज़रायल पर 7 अक्टूबर को घातक हमला कर दिया था। इसको लेकर इज़रायल गाजा में हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इजरायल का आरोप है कि हमासे ने उसके 1,200 लोगों को मार डाला और 250 से अधिक को बंधक बना लिया। जबकि गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इज़रायल ने अब तक गाजा पट्टी में 33,000 से अधिक लोगों को मार डाला है।
इजरायल ने सहायता कर्मियों पर हमले को माना गलती
गाजा में मानवीय मदद पहुंचा रहे सहायताकर्मियों पर हमले से सिर्फ यूएन ही नहीं, बल्कि अमेरिका जैसे देश भी इजरायल पर बेहद खफा हो गए हैं। इसके बाद इज़रायली सेना ने शुक्रवार मान लिया था यह उनकी गलती थी। मगर साथ में यह भी कहा कि सहायता काफिले पर हमले की जांच में गंभीर त्रुटियां और प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया। इस मामले में गुट्रेस ने कहा, "इजरायली सरकार ने गलतियां स्वीकार कर ली हैं।" "लेकिन मूल समस्या यह नहीं है कि गलतियाँ किसने कीं, यह सैन्य रणनीति और प्रक्रियाएं हैं जो उन गलतियों को बार-बार बढ़ने की अनुमति देती हैं।" उन्होंने कहा, "उन विफलताओं को ठीक करने के लिए स्वतंत्र जांच और ज़मीनी स्तर पर सार्थक और मापने योग्य बदलाव की आवश्यकता है," उन्होंने यह निर्दिष्ट किए बिना कहा कि जांच किसे करनी चाहिए। "196 मानवतावादी कार्यकर्ता मारे गए हैं और हम जानना चाहते हैं कि उनमें से प्रत्येक को क्यों मारा गया।" गाजा में आसन्न अकाल और सहायता कर्मियों पर हमलों पर चर्चा के लिए 15 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की शुक्रवार को बैठक की। (रॉयटर्स)
यह भी पढ़ें
अमेरिका में नहीं थम रहा भारतीय छात्रों की मौत का सिलसिला, एक और विद्यार्थी ने ओहियो में गवांई जान
ताइवान में भूकंप के 3 दिन बाद भी जिंदगी और मौत के बीच फंसे 600 से ज्यादा लोग, नहीं पहुंच पाई राहत
Latest World News