जंग में रूस पर भारी पड़ने लगा यूक्रेन! रोबोटाइन इलाके से खदेड़ी रूसी सेना
रूस और यूक्रेन की जंग खत्म नहीं हो रही है। जंग में यूक्रेन भी पलटवार कर रहा है। ताजा मामले में यूक्रेनी सेना ने बड़ा दावा किया है कि उसने रोबोटाइन से रूसी सेना को खदेड़ दिया है।
Russia Ukraine War News: रूस और यूक्रेन की जंग को डेढ़ साल हो चुके हैं। लेकिन जंग अभी भी खत्म नहीं हो रही है। हालांकि जंग अब एकतरफा नहीं रह गई है। यूक्रेन अब रूस पर लगातार हमले कर रहा है। यही नहीं, मॉस्को में होने वाले बड़े ड्रोन हमलों में यूक्रेन का ही हाथ सामने आता रहा है। यही नहीं, रूस की मिसाइलों को भी नष्ट करके यूक्रेन जंग में रूस की ताकत को ठेंगा दिखा रहा है। रूस ने युद्ध के शुरुआती महीनों में यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया था, अब यूक्रेन वहां से रूसी सेनाओं को खदेड़कर वापस अपनी उन जगहों पर अपना अधिकार कर रहा है। ताजा मामले में यूक्रेन के दक्षिण पूर्वी इलाके में स्थित रोबोटाइन को रूसी सेना के कब्जे से यूक्रेन ने आजाद करा लिया। यह बड़ा दावा यूक्रेनी सेना ने किया है।
डेढ़ साल की जंग में अब जहां रूस अपने कब्जे वाले क्षेत्र पर पकड़ और मजबूत करने की कोशिश में जुटा है, वहीं यूक्रेन पलटवार कर अपने इलाकों को रूसी सेना के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश में है। यूक्रेन का कहना है कि दो महीने से ज्यादा के संघर्ष के बाद अब वह रूसी सेना को क्षेत्र से खदेड़ने के बाद और दक्षिण में धकेल रहा है। यूक्रेनी सेना ने कहा कि उसकी टुकड़ियों ने पिछले हफ्ते ही रोबोटाइन के कूटनीतिक रूप से अहम गांव में अपना झंडा फहरा दिया था और इस घटना का वीडियो भी साझा किया था। इसके बाद सैनिकों ने पूरे गांव में रूसी सैनिकों को ढूंढने का अभियान चाया और पूरे हिस्से पर अपना कब्जा वापस कर लिया।
यूक्रेन के लिए क्यों अहम क्षेत्र है रोबोटाइन
बताया गया है कि रोबोटाइन रूस के कब्जे वाले जैपोरिज्झिया क्षेत्र के ओरिखिव से महज 10 किमी दूर तोकमाक जाने वाली कूटनीतिक रूप से अहम सड़क पर मौजूद है। रूस का इस पूरे इलाके की सड़कों और रेल नेटवर्क पर कब्जा है। इस लिहाज से यूक्रेन का यह अभियान काफी अहम रहा।
तोकमाक भी हासिल हो जाए तो रूसी सेना के लिए होगा बड़ा झटका
अगर यूक्रेनी सेना इस अभियान के दौरान तोकमाक को वापस हासिल कर लेती है तो यह रूसी सेना के लिए बड़ा झटका होगा। दरअसल, यूक्रेन के सैनिक रूस की सेना को दक्षिण की ओर धकेलते हुए अजोव सागर की तरफ कूच कर रहे हैं। इससे रूसी सेना पर दो हिस्सों में बंटने का खतरा पैदा हो सकता है।
वैगनर लड़ाकों पर पुतिन को नहीं है भरोसा!
इसी बीच रूस के लिए लड़ने वाले वैगनर लड़ाकों ने जब से विद्रोह किया है, तभी से रूस के राष्ट्रपति पुतिन का वैगनर लड़ाकों पर से भरोसा उठ गया है। इसी बीच वैगनर लड़ाकों के मुखिया येवेगनी प्रिगोझिन की हाल ही में विमान दुर्घटना में मौत के बाद तो वैगनर लड़ाकों का मनोबल और टूट गया है। पुतिन का भरोसा भी अब वैगनर लड़ाकों पर नहीं रहा। ये वही वैगनर लड़ाके हैं, जिन्होंने यूक्रेन के साथ शुरुआती जंग में यूक्रेन को भारी नुकसान पहुंचाया था। साथ ही यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्जा भी किया था। लेकिन अब रूसी सेना ही लगातार यूक्रेन पर हमले कर रही है।
पुतिन ने किया था जंग के खात्मे का ऐलान
इसी बीच पुतिन ने पिछले दिनों एक बड़ा बयान देकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। पुतिन ने ऐलान किया था कि वे जल्दी युद्ध बंद करना चाहते हैं। हालांकि युद्ध थोपने के लिए पुतिन ने पश्चिमी ताकतों पर तोहमत लगाई थी। हालांकि अभी जंग रुकती नहीं दिखाई दे रही है। रूस भी लगातार हमले कर रहा है। वहीं यूक्रेन भी तगड़ा बचाव करने के साथ साथ पलटवार कर रहा है। यूक्रेन के कंधे पर पश्चिमी देशों का हाथ है। यही कारण है कि यूक्रेन ताकत के साथ जंग में खड़ा हुआ है।