लवीव: यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को रूस के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया कि युद्धग्रस्त देश में फंसे आम लोगों को निकालने के लिए बेलारूस और रूस तक एक गलियारा बनाया जाए। रूसी प्रस्ताव के अनुसार, कीव और उसके उपनगरों से भाग रहे लोगों के लिए एकमात्र विकल्प पड़ोसी बेलारूस के गोमेल जाना होगा। पूर्वी यूक्रेन के खारकीव और सूमी में फंसे लोगों को रूसी शहर बेलगोरोद जाना होगा। रूस का एक प्रमुख सहयोगी देश है बेलारूस और यूक्रेन पर आक्रमण के लिए वह एक ‘लॉन्चिंग ग्राउंड’ के रूप में कार्य कर रहा है।
यूक्रेन की सरकार मारियुपोल के दक्षिणी बंदरगाह सहित आठ मानवीय गलियारों का प्रस्ताव कर रही है, जहां से लोग यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों में जा पाएंगे जहां रूस की ओर से कोई गोलाबारी नहीं है। यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वीरेशचुक ने कहा, "हम मांग करते हैं कि रूसी संघ फ्रांस, चीन, तुर्की और भारत के नेताओं का विश्वास तोड़ना बंद करे।" कीव के एक प्रतिनिधि ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत से रूस को यूक्रेन पर विनाशकारी आक्रमण रोकने का आदेश देने का अनुरोध किया, जिसमें रूस अनुपस्थित रहा।
यूक्रेनी प्रतिनिधि एंतोन कोरीनेविच ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीशों से कहा, "रूस को रोका जाना चाहिए और इसे रोकने में अदालत को भूमिका निभानी है।" अदालत के ‘पीस पैलेस’ मुख्यालय में ‘ग्रेट हॉल ऑफ जस्टिस’ में यूक्रेन के अनुरोध पर हो रही सुनवाई के दौरान रूस की सीट खाली थीं। यूक्रेन पर हमले की निंदा करने से लगातार इनकार करते रहे चीन के विदेश मंत्री ने सोमवार को रूस को बीजिंग का "सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार" कहा। वांग यी ने संवाददाताओं से कहा कि मॉस्को के साथ संबंध "दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक हैं, चाहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य कितना भी खतरनाक क्यों न हो। हम अपने रणनीतिक उद्देश्य को बनाए रखेंगे और नए युग में व्यापक चीन-रूस साझेदारी के विकास को बढ़ावा देंगे।" चीन ने अमेरिका, यूरोप और अन्य के साथ संबंध तोड़ लिया है जिन्होंने यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं। उसने कहा है कि यूक्रेन में संघर्ष के लिए वॉशिंगटन दोषी है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तीन बाल्टिक राज्यों की यात्रा शुरू कर दी है, जो रूस को यूक्रेन पर अपने आक्रमण के साथ आगे बढ़ते हुए देख रहे हैं। लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया के पूर्व सोवियत गणराज्य नाटो के सदस्य हैं तथा ब्लिंकन का उद्देश्य उन्हें गठबंधन की सुरक्षा के बारे में आश्वस्त करना है, अगर रूस अन्य पड़ोसी देशों में अपने सैन्य अभियानों का विस्तार करने का विकल्प चुनता है।
पिछले महीने यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से, नाटो अपने पूर्वी हिस्से के सहयोगियों में अपनी सेना की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए तेजी से आगे बढ़ा है, जबकि अमेरिका ने अतिरिक्त समर्थन का वादा किया है। बाद में आज, ब्लिंकन रीगा, लातविया की यात्रा करेंगे और मंगलवार को वह तेलिन तथा एस्टोनिया पहुंचेंगे।
(इनपुट- एजेंसी)
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