Volodymyr Zelenskyy: यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की कार गुरुवार तड़के एक अन्य वाहन से उस समय टकरा गई, जब वह एक युद्ध क्षेत्र का दौरा करने के बाद राजधानी कीव लौट रहे थे। गनीमत है कि हादसे में उन्हें गंभीर चोटें नहीं आई। जेलेंस्की के प्रवक्ता सर्गी निकिफोरोव ने यह जानकारी दी है। निकिफोरोव ने बताया कि जेलेंस्की खारकीव क्षेत्र से कीव वापस आ रहे थे, जहां वह रूसी बलों के कब्जे से छुड़ाए गए इजियम शहर में यूक्रेनी सैनिकों से मुलाकात करने पहुंचे थे। एक फेसबुक पोस्ट में निकिफोरोव ने कहा कि कीव में एक यात्री वाहन राष्ट्रपति के काफिले से टकरा गया।
उन्होंने बताया कि जेलेंस्की की चिकित्सा टीम ने यात्री वाहन के चालक को प्राथमिक उपचार दिया, जिसके बाद उसे एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। निकिफोरोव के मुताबिक, चिकित्सकीय टीम ने राष्ट्रपति की जांच की, जिन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि जेलेंस्की को किस तरह की चोटों का सामना करना पड़ा है। निकिफोरोव के अनुसार, हादसे की वजहों और परिस्थितियों की जांच की जा रही है। बुधवार रात युद्ध के दौरान लगातार दिया जा रहा जेलेंस्की का वीडियो संबोधन भी देरी से साझा किया गया। इसकी वजह कार दुर्घटना मानी जा रही है।
कार टक्कर को लेकर उठ रहे सवाल
रूस से जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति की कार की टक्कर को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इन दिनों रूस में भी व्लादिमीर पुतिन के करीबी लोग अजीबोगरीब हालात में मर रहे हैं। ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें मौत का कारण इमारत से कूदना, घर में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया जाना और आग लगना शामिल है। कुछ दिनों पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजनीतिक गुरु कहे जाने वाले अलेक्जेंडर डुगिन की कार को बम से निशाना बनाया गया था। डुगिन इसकी चपेट में आने से बच गए, लेकिन उनकी बेटी की मौत हो गई।
जेलेंस्की की कार दुर्घटना के पीछे कौन हो सकता है?
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की कार दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। कुछ जानकारों का दावा है कि इसके पीछे रूस का हाथ हो सकता है। हालांकि, दुर्घटना के संबंध में यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा रूस का नाम नहीं लिया गया है। राष्ट्रपति की कार को टक्कर मारने वाली कार भी उनके काफिले का हिस्सा थी। ऐसे में इस हादसे की असली वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी।
रूसी सैनिकों को पीछे धकेल रहा यूक्रेन
यूक्रेनी सेना तेजी से रूसी सैनिकों को पीछे धकेल रही है। रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के कई शहरों पर नियंत्रण खो दिया है। ऐसे में यूक्रेन के हौसले बुलंद हैं। राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने खुद कहा है कि यूक्रेनी बलों ने सितंबर की शुरुआत से 6,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को वापस ले लिया है। रूस वर्तमान में यूक्रेन के पांचवें हिस्से पर कब्जा किए हुए है। यूक्रेन में अभी भी बड़ी संख्या में रूसी सैनिक मौजूद हैं। इनकी सबसे बड़ी संख्या पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में है। यह क्षेत्र अधिकांश रूसी भाषी लोगों का घर है, जिन्हें रूस अपने देश का नागरिक मानता है।
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