Russia-Ukraine War: क्या रूस के साथ युद्ध लड़ते-लड़ते अब यूक्रेन का हौसला जवाब देने लगा है, क्या रूस अब यूक्रेन से लड़ाई जीतने के करीब है, क्या यूक्रेन के पास अब लड़ने के लिए जरूरी हथियार कम पड़ गए हैं... इनमें से लगभग सभी सवालों का जवाब हां है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या ऐसी स्थिति में में यूक्रेन सरेंडर कर देगा या फिर मान लिया जाए कि रूस अब युद्ध जीतने के बिल्कुल करीब है तो इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने कीव में अपने लातवियाई समकक्ष एगिल्स लेविट्स और पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुज मोराविएकी के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है। इस दौरान रूस से लड़ाई जारी रखने के लिए यूक्रेन ने दोनों देशों से हथियार और गोला-बारूद और अधिक मात्रा में दिए जाने की मांग की है। ताकि वह रूस का मुकाबला कर सके। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में जेलेंस्की को लातविया और पोलैंड को राजनीतिक, रक्षा और मानवीय समर्थन दिया है। इसके लिए जेलेंस्की ने दोनों देशों का धन्यवाद भी किया है।
रूस के हमले के बाद ही पोलैंड और लातविया ने किया था समर्थन
रूस ने जब 24 फरवरी 2022 को कीव पर हमला किया था तो उसके बाद ही लातविया और पोलैंड ने यूक्रेन को समर्थन दिया था। दोनों देशों ने इस हमले के लिए रूस की निंदा करते हुए यूक्रेन की हर तरह से लड़ाई में मदद करने की बात कही थी। तब से दोनों देश काफी मात्रा में हथियार और गोल-बारूद यूक्रेन को लड़ने के लिए दे चुके हैं। इधर अमेरिका भी यूक्रेन की पूरी मदद कर रहा है। यही वजह है कि यूक्रेन से जंग जीतने में रूस को अपनी पूरी ताकत झोंकनी पड़ी है। बावजूद अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका है।
लातविया और पोलैंड ने दिया यूक्रेन को कई बिलियन यूरो
रूस के साथ करीब छह महीने से लड़ाई लड़ रहे यूक्रेन को दोनों देशों ने दिल खोल कर मदद की है। हथियार और गोला-बारूद के साथ ही साथ लातविया और पोलैंड की यूरोपीय संघ (ईयू) ने यूक्रेन को 5 बिलियन यूरो आवंटित करने का आह्वान किया है। साथ ही 27-सदस्यीय ब्लॉक में कीव की स्थिति को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका के लिए प्रशंसा भी की है। पार्टियों ने यूक्रेन के यूरोपीय एकीकरण, रूस के खिलाफ प्रतिबंध नीति, ऊर्जा मुद्दों और यूक्रेनी शरणार्थियों के लिए सहायता पर भी चर्चा की।
लेविट्स और मोरावीकी एक दिन पहले कीव पहुंचे थे
लातवियाई राष्ट्रपति ने एक ट्वीट में कहा, आज मैं जेलेंस्की को आश्वस्त करने के लिए कीव में हूं कि लातविया इस युद्ध में जीत तक यूक्रेन को लगातार मजबूत समर्थन देता रहेगा। लातविया आपका एडवोकेट है। लातविया पुनर्निर्माण के प्रयास में मदद करेगा। अपनी ओर से, मोराविकी ने कहा, मैं यूक्रेन में हूं। एक ऐसी जगह जहां आज इतिहास रचा जा रहा है, जहां पूरे यूरोप की आजादी और सुरक्षा के लिए संघर्ष हो रहा है। इस लड़ाई में, हम एकमात्र संभावित अंत तक यूक्रेन के साथ रहेंगे।
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