रूस की भारी-भरकम मिसाइलों को भी यूक्रेन कर दे रहा मिनटों में खल्लास, हार के डर से बौखलाए पुतिन
Russia-Ukraine War Update: रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के करीब 10 महीने होने को हैं, लेकिन अभी तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की का हौसला नहीं तोड़ पाए है हालत यह है कि अब इस युद्ध में रूस की हार होती दिख रही है। यूक्रेन रूस द्वारा कब्जाए गए इलाकों को धीरे-धीरे वापस ले रहा।
Russia-Ukraine War Update: रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के करीब 10 महीने होने को हैं, लेकिन अभी तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की का हौसला नहीं तोड़ पाए हैं। हालत यह है कि अब इस युद्ध में रूस की हार होती दिख रही है। यूक्रेन रूस द्वारा कब्जाए गए इलाकों को धीरे-धीरे वापस ले रहा है। खेरसोन और लुहांस्क इसका उदाहरण है, जिसे अब यूक्रेन अपने कब्जे में ले जुका है। रूस की सबसे खतरनाक क्रूज मिसाइलों को भी यूक्रेन सेकेंडों में स्वाहा कर दे रहा है। इससे पुतिन की बौखलाहट बढ़ गई है।
रूस ने यूक्रेन को घुटनों पर लाने के लिए उसके ऊर्जा ठिकानों को शुरू से ही निशाने पर लिया है। इसमें यूक्रेन का ही नहीं, बल्कि यूरोप का सबसे बड़ा जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी शामिल है। इसके बावजूद यूक्रेन ने जापोरिज्जिया के रिएक्टरों को हमले के दौरान बंद कर दिया था। धीरे-धीरे यूक्रेन अपने अन्य ऊर्जा संयंत्रों की भी बहाली कर रहा है। हालांकि एक वक्त ऐसा जरूर आया था, जब रूसी हमलों से यूक्रेन के दो तिहाई से भी अधिक महत्वपूर्ण ऊर्जा ठिकाने नष्ट हो गए थे और लगभग पूरा यूक्रेन घनघोर अंधेरे में डूब गया था, लेकिन अब धीरे-धीरे यूक्रेन अपने क्षतिग्रस्त ऊर्जा संयंत्रों को फिर से चालू करने में कामयाब रहा है। यह रूस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
रूसी मिसाइलें सेकेंडों में हो रही खल्लास
यूक्रेनी सैनिकों के जज्बे का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वे रूस की ज्यादातर खतरनाक मिसाइलों को गिरने से पहले ही नष्ट कर दे रहे हैं। यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शिम्हाल ने पिछले कई दिनों में यूक्रेन के बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर दागी गई ऐसी 70 खतरनाक मिसाइलों में से 60 को मार गिराने का दावा किया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से रूसी मिसाइलों और उसके टैंकों को नष्ट करने के कई वीडियो भी जारी किए गए हैं। इस बीच यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस शिम्हाल ने कहा है कि देश की बिजली व्यवस्था फिर से काम कर रही है और ऊर्जा सुविधाएं रूस के नवीनतम मिसाइल हमलों के बावजूद बरकरार हैं। उत्तरी यूक्रेन के कीव क्षेत्र, केंद्रीय विन्नित्स्या क्षेत्र और दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र में मिसाइल हमलों से ऊर्जा सुविधाएं प्रभावित हुईं थीं। यूक्रेन की ऊर्जा कंपनी यूक्रेनर्गो ने भी ऊर्जा प्रणाली में नियंत्रण का दावा किया है।
नाटो और अमेरिका के हथियार से रूस पस्त
अभी दो महीने पहले ही पुतिन ने यूक्रेन के चार महत्वपूर्ण राज्यों दोनेत्सक, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसोन में रेफ्रेंडम कराकर रूस में विलय करा लिया था। मगर रूस इन राज्यों को ज्यादा समय तक संभाल नहीं पाया। मगर नाटो और अमेरिकी हथियारों के बल पर यूक्रेन खेरसोन और लुहांस्क पर लगभग फिर से कब्जा पा चुका है। वह दोनेत्सक और जापारिज्जिया पर भी हावी होने लगा है। रूसी सैनिक अपने टैंक और मिसाइलें समेत अन्य युद्धक सामग्रियों को छोड़कर भागने को मजबूर हुए हैं। यूक्रेन लगातार रूसी सैनिकों द्वारा छोड़े गए टैंकों, नष्ट टैंकों और हथियारों के वीडियो जारी कर दुनिया को बताता रहा है कि जेलेंस्की रूस को अपने देश से खदेड़ नहीं देने तक शांति से बैठने वाले नहीं हैं। अब रूस के हाथ से यूक्रेन में सबकुछ जाता दिख रहा है। यूक्रेन में भीषण सर्दी दस्तक दे चुकी है। ऐसे में रूसी सैनिकों और राष्ट्रपति पुतिन के लिए यह जंग करो या मरो की स्थिति पैदा करने वाली है। इस पर अमेरिका समेत पूरे विश्व की निगाहें टिकी हैं।