Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध को छह माह से अधिक का समय हो चुका है। रूस ने इस युद्ध में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी और यूक्रेन के ज्यादातर शहरों पर कब्जा कर लिया था। मगर अब यूक्रेन धीरे-धीरे वापसी करने लगा है। इस दौरान यूक्रेन के वॉरजोन से सबसे बड़ी खबर यह आ रही है कि यूक्रेनी सैनिक रूस की सीमा तक पहुंच गए हैं। अगर यह दावा सच है तो रूस के लिए यह बड़ा झटका है।
यूक्रेन ने सोमवार को रूस के खिलाफ युद्ध में जवाबी कार्रवाई जारी रखते हुए दावा किया कि उसने एक के बाद एक गांवों को मुक्त कराया है और उसने एक क्षेत्र में आश्चर्यजनक कार्रवाई करते हुए हमलावरों को सीमा तक पीछे धकेल दिया। पूर्वोत्तर खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ओले सिनीहुबोव ने कहा, "कुछ क्षेत्रों में, हमारे रक्षक रूसी संघ के साथ लगती राज्य की सीमा तक पहुंच गए।" उल्लेखनीय है कि हमले के पहले दिन 24 फरवरी को रूसी सैनिकों ने इस क्षेत्र में सीमा पार की थी। रूस ने सैन्य घटनाक्रम को यह कहकर स्वीकार किया कि वह फिर से संगठित हो रहा है।
खार्कीव में पानी बिजली बहाल
पूरे युद्ध में सैन्य दावों को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करना कठिन रहा है। बिजली केंद्रों और अन्य बुनियादी ढांचे पर रविवार को रूसी हमलों से पूरे यूक्रेन में कई जगहों पर बिजली ठप होने के बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने यह भी कहा कि खार्कीव क्षेत्र में बिजली और पानी की आपूर्ति लगभग 80 प्रतिशत तक बहाल कर दी गई है। खारकीव के मेयर इहोर तेरखोव ने टेलीग्राम पर लिखा, "आप नायक हैं। उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने खार्कीव के लिए मुश्किल रात में शहर के जीवन को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास किया।
जेलेंस्की ने रूस को ललकारा
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा कि उसके सैनिकों ने पिछले दिनों में 20 से अधिक बस्तियों को मुक्त कराया है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को रूस को एक बार फिर चुनौती देते हुए कहा, "क्या आपको अभी भी लगता है कि आप हमें डरा सकते हैं, तोड़ सकते हैं, हमें मजबूर कर सकते हैं? क्या आप सच में कुछ समझ नहीं पाए? समझ में नहीं आता हम कौन हैं? हम किसके लिए खड़े हैं? हम किस बारे में बात कर रहे हैं।
क्या हार मानने लगे रूसी सैनिक
जिस तरह से यूक्रेन एक के बाद एक शहरों को रूस के कब्जे से मुक्त कराता जा रहा है और रूसी सैनिकों को पीछे धकेल रहा है....इससे युद्ध में रूस पिछड़ता दिख रहा है। अगर ऐसा हुआ तो रूस की ताकत पूरी दुनिया में कमजोर हो जाएगी। मगर क्या इतनी आसानी से रूस अपनी हार मान सकता है। वजह कुछ भी हो लेकिन पिछले कई दिनों से यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच वॉर जोन से ऐसी चौंकाने वाली खबरें आ रही हैं। अगर रूस नियंत्रण नहीं कर पाया तो इससे उसके सैनिकों के हौसले कमजोर होंगे। फिर यह उसके लिए अच्छा संकेत नहीं होगा।
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