रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर तेज हो गया है। रूस ने ईरानी शहीद ड्रोन और घातक रूसी क्रूज मिसाइलों से यूक्रेन में तबाही मचा दी है। रूसी सेना ने रविवार तड़के यूक्रेन की कृषि सुविधाओं पर भीषण हवाई हमला किया। इससे उसकी कृषि सुविधाएं तहस-नहस हो गईं। यूक्रेन की वायुसेना के एक टेलीग्राम संदेश के अनुसार रूसी सेना द्वारा यह हमला ओडिसा के दक्षिणी क्षेत्र में किया गया। इसमें यूक्रेन का कृषि सुविधाओं वाला क्षेत्र तबाह हो गया। रिपोर्ट के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर 6 शहीद ड्रोन और 10 क्रूज मिसाइलों से एक साथ हमला बोला।
यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि उसने रूस के सभी 6 ड्रोन को मार गिराया और 6 क्रूज मिसाइलों को भी अपना लक्ष्य साधने से पहले ही धराशाई कर दिया। अन्य 4 मिसाइलों ने यूक्रेन के कृषि सुविधाओं को नष्ट कर दिया। ओडिशा के दक्षिणी क्षेत्र को अनाज बाजार के तौर पर जाना जाता है। कीव के अनुसार शनिवार को 2 कार्गो जहाज कामचलाऊ कोरिडोर के जरिये यहां काला सागर में आए और अनाज लोड करने के बाद उन्हें बेचने के लिए वह अफ्रीकन और एशियन बाजार का रुख किए।
यूक्रेनी वायुसेना ने कहा कि रूसी हमले का जवाब देने के लिए फाइटर एयरक्रॉफ्ट, एंटी एयर क्रॉफ्ट मिसाइल यूनिट, मोबाइल फायर ग्रुप और अन्य माध्यमों का इस्तेमाल किया गया। यहां तात्कालिक तौर पर किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। यह भी क्लियर नहीं हो सका कि किन-किन सुविधाओं को रूसी हमले में नुकसान पहुंचा है। वायुसेना के अनुसार आपातकालीन सुविधाएं जारी थीं।
यूक्रेन के क्षेत्रों में जारी हुए रेड और हवाई अलर्ट
रायरटर्स की रिपोर्ट के अनुसार हमले को प्रमाणित करने के लिए रूस की ओर से तत्काल कोई जवाब या पुष्टि नहीं की गई। यूक्रेन के सभी क्षेत्रों में कई घंटों के लिए रेड और एयर अलर्ट कर दिया गया है। लोगों को घरों के अंदर ही रहने को कहा गया है। अभी पिछले दिनों एक रूसी मिसाइल बाजार में गिरी थी। इसमें 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यूक्रेन ने पिछले महीने कालासागर में मानवीय कोरिडोर का ऐलान किया था। ताकि फरवरी 2022 में युद्ध के आरंभ से अब तक फंसे अनाज के जहाजों को छोड़ा जा सके। क्योंकि रूस ने काला सागर में यूक्रेन के साथ अनाज समझौते को तोड़ दिया है।
यह भी पढ़ें
ब्रिटेन जाना हुआ अब और महंगा, अक्टूबर से इतने पौंड बढ़ जाएंगे सभी आगंतुकों और छात्रों के वीजा शुल्क
स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के मामले को पाकिस्तान में दोबारा खोले जाने की क्यों हुई मांग, जानें अदालत ने फिर क्या कहा
Latest World News