Gas Supply Disrupted in Europe: इन दिनों यूरोप बहुत बड़े संकट से जूझ रहा है। गैस सप्लाई बाधित होने से यूरोपीय देशों में हाहाकार मचा है। इससे रोजमर्रा की जिंदगी में तूफान आ गया है। यह हाल रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ही है। हालांकि अभी तक यूरोपीय देश जैसे-तैसे करके अपना काम चला रहे थे, लेकिन अब आगे की गाड़ी चल पाना मुश्किल हो गया है। इससे यूरोपीय देशों में अफरातफरी मची है। इस बीच रूस ने इसका दोष अमेरिका और ब्रिटेन समेत यूरोप पर मढ़कर यूरोपीय संघों के दर्द को और भी जगा दिया है। रूस के इस कदम से यूरोपीय देशों में भयंकर मंदी आने की आहट अभी से महसूस होने लगी है।
रूस ने कहा है कि यूक्रेन से साथ युद्ध के चलते अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने उसके ऊपर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। ऐसे में पाइपलाइन के रखरखाव संबंधी सामान नहीं मिल पा रहे हैं। इसलिए यह दिक्कत हुई है। आपको बता दें कि यूरोपीय संघों को गैस की आपूर्ति रूस के जरिये ही की जाती है। मगर अमेरिका और यूरोप की ओर से खुद पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद रूस ने यूरोपीय देशों को गैस की आपूर्ति करना ठप कर दिया। इससे पूरे यूरोप में हालात बिगड़ने लगे हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों का यह नतीजा है। रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध नहीं लगे होते तो यह हाल नहीं रहता।
यूरोपीय देशों में स्थिति बेकाबू
रूस ने यूरोपीय संघों को अनिश्चितकाल के लिए गैस की आपूर्ति रोक दी है। रूस की सरकारी कंपनी गैजप्रोम ने कहा कि हमें अब अनिश्चितकाल के लिए गैस की सप्लाई ठप करना पड़ रहा है। इसकी वजह ये है कि अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ की ओर से रूस पर लगे प्रतिबंधों की वजह से पाइपलाइन के रखरखाव के लिए जरूरी सामान तक नहीं मिल पा रहा है। हालत यह है कि लीकेज को भी ठीक करने का सामान उपलब्ध नहीं है। ऐसे में गैस आपूर्ति करना खतरे से खाली नहीं है। इसी कारण आपूर्ति को रोकने का फैसला करना पड़ा। रूस के इस ऐलान से यूरोपीय बाजारों में गैस के दाम आसमान चढ़ गए हैं। इससे स्थानीय लोगों को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है।
इन देशों को होती है रूस से गैस की सप्लाई
रूस से तमाम यूरोपीय संघों को गैस की सप्लाई होती है। इनमें हंगरी, बुल्गारिया, डेनमार्क, फिनलैंड, पोलैंड, बेलारूस, कजाकिस्तान, तुर्की, इटली समेत कई यूरोपीय देशों को गैस की सप्लाई करता है। मगर अब इन सभी देशों में गैस सप्लाई ठप कर दिए जाने से हाहाकार मच गया है। चीन और जापान को भी गैस की सप्लाई रूस ही करता है। रूस के पास अब गैस सप्लाई ठप करने का अच्छा बहाना भी है कि रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जाने के चलते पाइपलाइन का रखरखाव संभव नहीं हो पा रहा है।
यूरोप में आ सकती है भीषण मंदी
रूस के इस कदम से यूरोपीय संघ के बाजारों की चाल बिगड़ने लगी है। आर्थिक जानकार कहते हैं कि रूस ने यदि शीघ्र गैस की आपूर्ति शुरू नहीं की तो यूरोपीय संघों के तमाम देश भयंकर मंदी की चपेट में आ सकते हैं। इससे वहां की आर्थिक स्थिति डवांडोल होनी तय है। हालांकि अमेरिका ने इस वर्ष के अंत तक यूरोपीय देशों को 15 अरब क्यूबिक मीटर लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) देने का आश्वासन दिया है। साथ ही यूरोप में ऊर्जा के अन्य स्रोतों को भी खोजने का काम शुरू कर दिया गया है।
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