Russia-Ukraine War: हार नहीं मानूंगा, रार नई ठानूंगा...काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं... गीत नया गाता हूं.... भारत के पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की इन पंक्तियों को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की चरितार्थ करते दिखाई दे रहे हैं। अब चंद दिनों पहले ही यूक्रेन के जिस खेरसोन को रूस ने अपने हिस्से में मिलाकर जश्न मनाया था, अब वहां तक यूक्रेन की सेना पहुंचने से खलबली मच गई है।
बताया जा रहा है कि यूक्रेनी सैनिकों को देश के दक्षिणी खेरसोन क्षेत्र में नयी बढ़त मिली है और सोमवार को भी उनका यह अभियान जारी रहा, जो मॉस्को के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है। कीव के अधिकारियों और विदेशी पर्यवेक्षकों ने यह जानकारी दी है। हालांकि यूक्रेन के लिए खेरसोन मुश्किल युद्ध का मैदान साबित हुआ है और यहां, पिछले महीने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर फतह हासिल करने के मुकाबले उन्हें अपेक्षाकृत धीरे-धीरे सफलता मिल रही है।
जिन चार क्षेत्रों को पुतिन ने बनाया था रूस का हिस्सा उनमें खेरसोन भी शामिल
खेरसोन उन चार इलाकों में शामिल है, जिन्हें क्रेमलिन प्रायोजित ‘जनमत संग्रह’ के बाद रूस ने पिछले सप्ताह खुद में विलय करने का ऐलान किया था। खेरसोन के अलावा इनमें जापोरिज्जिया, दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्र शामिल हैं। क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) नियंत्रित संसद के निचले सदन द्वारा सोमवार को इसकी पुष्टि की जानी है, जिसके बाद यह प्रस्ताव उच्च सदन में जाएगा। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सोमवार को बताया कि दो क्षेत्र दोनेत्स्क और लुहांस्क वर्ष 2014 में रूस समर्थकों और यूक्रेन समर्थकों के बीच हुए संघर्ष के बाद तय प्रशासनिक सीमा के साथ रूस में शामिल हो रहे हैं।
जापोरिज्जिया और खेरसोन का मुद्दा बताया खुला
क्रेमलिने के प्रवक्ता ने रेखांकित किया कि जापोरिज्जिया और खेरसोन का मुद्दा खुला है और बातचीत जारी है।। पेस्कोव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम इन इलाकों के लोगों से बातचीत कर रहे हैं।’’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। यूक्रेन के मीडिया ने अपने देश के सैनिकों की तस्वीर प्रसारित की है, जिसमें वे ख्रीश्चेनिवका गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहरा रहे हैं, यह गांव उसी खेरसोन इलाके में स्थित है जहां पर रूसी सुरक्षा पंक्ति मौजूद थी।
मास्को ने माना खेरसोन में घुसे यूक्रेनी सैनिक
राष्ट्रपति जेलेंस्की के खेरसोन में यूक्रेनी सैनिकों के घुसने के दावे को मास्को ने भी स्वीकार कर लिया है। मास्को समर्थक रूसी सैन्य ब्लॉगरों ने माना है कि यूक्रेन के सैनिक बेहतर हैं और इलाके में उनके अभियान को टैंक इकाई की मदद मिल रही है। रूस द्वारा खेरसोन इलाके में तैनात अधिकारी किरील स्ट्रीमोउसोव ने सोमवार को सुबह वीडियो संदेश में स्वीकार किया है कि यूक्रेन की सेना ‘‘उनके कब्जे वाले इलाके के कुछ और भीतर तक पहुंच गई है।’’ हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘‘सबकुछ नियंत्रित है’’ और रूसी ‘‘ रक्षा प्रणाली’’ इलाके में काम कर रही है।
जेलेंस्की के ठिकानों पर हो रहे ड्रोन हमले
इधर रूसी सेना ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के गृहनगर और अन्य ठिकानों पर रविवार को ड्रोन से हमला किया जबकि यूक्रेन ने रणनीतिक रूप से अहम पूर्वी शहर पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित कर लिया, जिससे युद्ध में नया मोड़ आ गया है। रूस को हाल में पूर्वी शहर लिमैन में हार मिली, जिसका इस्तेमाल वह परिवहन और रणनीतिक केंद्र के तौर पर कर रहा था। इसे रूस के लिए झटका माना जा रहा है जो यूक्रेन के चार इलाकों का विलय कर और परमाणु हमले की धमकी देकर युद्ध को तेज करना चाहता है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन के चार हिस्सों के रूस में विलय को मंजूरी देने के साथ ही युद्ध के खतरनाक स्तर पर पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। इससे यूक्रेन भी नाटो की सदस्यता की प्रक्रिया को तेज करने का औपचारिक आवेदन करने को प्रोत्साहित हुआ है।
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