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Hindi News विदेश यूरोप ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को झटका, उपचुनाव में दो सीटों पर मिली हार, आम चुनाव से पहले दांव पर थी प्रतिष्ठा

ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को झटका, उपचुनाव में दो सीटों पर मिली हार, आम चुनाव से पहले दांव पर थी प्रतिष्ठा

पिछले महीने ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। वहीं उनके सहयोग निगेल एडम्स ने भी इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से लंदन में उनकी सीट खाली हो गई थी।

बिटिश पीएम ऋषि सुनक- India TV Hindi Image Source : FILE बिटिश पीएम ऋषि सुनक

Britain News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए शुक्रवार का दिन निराशाजनक खबर लेकर आया। सुनक को उपचुनाव में दो सीटों पर हार झेलना पड़ी, हालांकि वे एक सीट बचाने में कामयाब रहे। इस बीच यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वे अपनी कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं। 

पिछले महीने ब्रिटेन के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। वहीं उनके सहयोग निगेल एडम्स ने भी इस्तीफा दे दिया था। इस वजह से लंदन में उनकी सीट खाली हो गई थी। यही सीट सुनके के लिए अच्छी खबर बनी। यहां सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी ने इस सीट पर कब्जा कर लिया। गुरुवार को तीन सीटों पर हुए उपचुनाव को सुनक के रिपोर्ट कार्ड की तरह पेश किया गया था। कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में इस उपचुनाव से सुनक की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। 

इन सीटों पर मिली जीत

कंजर्वेटिव पार्टी (टोरीज) के स्टीव टकवेल ने उक्सब्रिज और साउथ रुइस्लिप पर जीत हासिल कर ली। मात्र 495 वोटों से जीत हासिल की है। लंदन में हुई सुनक की एकमात्र जीत का श्रेय काफी हद तक लेबर मेयर सादिक खान के खिलाफ लोगों के गुस्से को दिया जा रहा है। बता दें, ब्रिटेन की राजधानी के बाहरी क्षेत्रों में अल्ट्रा लो एमिशन जोन (यूएलईजेड) का विस्तार करने की योजना पर खान के खिलाफ लोगों में रोष है। 

पहली हार इस सीट पर

विपक्षी लेबर पार्टी ने 20 हजार से अधिक बहुमत पाकर उत्तरी इंग्लैंड में सेल्बी और आइंस्टी निर्वाचन क्षेत्र पर जीत हासिल कर ली है। लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक परिणाम है जो दिखाता है कि लोग हम में विश्वास दिखा रहे हैं। वह एक बदली हुई पार्टी देख रहे हैं जो पूरी तरह से एक महत्वाकांक्षी, व्यावहारिक योजना के साथ कामकाजी लोगों की प्राथमिकताओं पर केंद्रित है। ‘सदन की बेबी’ कही जाने वालीं भारतीय मूल की लेबर सांसद नादिया व्हिटोम को पछाड़कर 25 वर्षीय कीर माथेर संसद के सबसे कम उम्र के सदस्य बन गए हैं।

दूसरी करारी हार यहां मिली

वहीं, सुनक की पार्टी को दूसरी करारी हार लिबरल डेमोक्रेट्स ने दी। दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में समरसेट और फ्रोम उपचुनावों में लिबरल डेमोक्रेट्स ने जीत हासिल की। किसान पृष्ठभूमि वाली समरसेट पार्षद सारा डाइक ने 21,187 वोटों से जीत हासिल की, जबकि कंजर्वेटिव के फेय पुरब्रिक को मात्र 10,179 वोटों से संतुष्ट करना पड़ा।

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