मॉस्को: अमेरिका और रूस भले ही एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हों, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कई मौकों पर वह ऐसी दोस्ती निभाते हैं कि आप भी जानकार चौंक जाएंगे। धरती पर एक दूसरे से कट्टर दुश्मनी निभा रहे रूस और अमेरिका के बीच अंतरिक्ष में गजब की दोस्ती देखने को मिली है। अंतरिक्ष में संयुक्त मिशन पर रूस और अमेरिका के वैज्ञानिक साथ-साथ गए थे। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से दो रूसी और एक अमेरिकी नागरिक को लेकर सोयूज कैप्सूल सोमवार को कजाकिस्तान में उतरा। इसके साथ ही रूस के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों का लंबा प्रवास समाप्त हो गया।
इस नजारे को जिसने भी देखा, उसने अंतरिक्ष से लौटे रूसी और अमेरिकी वैज्ञानिकों में गजब की दोस्ती का अनुभव किया। बता दें कि आईएसएस से अलग होने के लगभग साढ़े तीन घंटे बाद कैप्सूल कजाकिस्तान के मैदान पर उतरा। ओलेग कोनोनेंको और निकोलाई चूब अंतरिक्ष स्टेशन पर 374 दिन बिताने के बाद वापस लौटे, जो वहां उनका सबसे लंबा निरंतर प्रवास था। इस कैप्सूल में अमेरिकी ट्रेसी डायसन भी थीं, जो छह महीने तक अंतरिक्ष स्टेशन में रहीं। कोनोनेंको और चूब 15 सितंबर, 2023 को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुए और शुक्रवार को आईएसएस पर सबसे लंबे समय तक लगातार रहने का रिकॉर्ड बनाया। डायसन, बाहरी अंतरिक्ष में अपने तीसरे मिशन में छह महीने अंतरिक्ष में रहीं।
अभी अंतरिक्ष में हैं कितने आदमी
अंतरिक्ष स्टेशन पर अब आठ अंतरिक्ष यात्री बचे हैं, जिनमें अमेरिकी नागरिक बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स भी शामिल हैं। विल्मोर और विलियम्स को पहले ही धरती पर लौटना था लेकिन कुछ तकनीकी व्यवधान से उनकी वापसी में समय लग रहा है। वे जून में बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल के पहले चालक दल के रूप में पहुंचे। लेकिन उनकी वापसी की यात्रा थ्रस्टर की समस्याओं और हीलियम लीक के कारण बाधित हो गई। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा था कि उन्हें स्टारलाइनर के यान से वापस लाना बहुत जोखिम भरा होगा। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के अगले साल स्पेसएक्स के यान से धरती पर लौटने की संभावना है। (एपी)
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