Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और तेज होने की आशंका बढ़ गई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को बड़ी चेतावानी देते हुए कहा कि रूस किसी तीसरे पक्ष द्वारा यूक्रेन के ऊपर ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र (No-Fly Zone)’ घोषित करने को युद्ध में शामिल होना करार देगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि किसी तीसरे पक्ष द्वारा यूक्रेन के ऊपर ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित करने को मास्को “युद्ध में शामिल होने’’ के तौर पर देखेगा।
इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि रूस ने संघर्ष विराम के विपरीत कार्रवाई करते हुए दो शहरों पर बमबारी की, जिससे वहां से लोगों को निकालने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने इस बात से इनकार नहीं किया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की रूस और नाटो के बीच संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं और यह बात उनके सैन्यवादी उन्माद से पता चलती है।
आरटी कि रिपोर्ट के अनुसार, लावरोव ने कहा, उन पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए वह अपने क्यूरेटरों के प्रति थोड़े कठोर हैं। मुझे आश्चर्य है कि क्या वह इसलिए इतने परेशान हैं कि नाटो उनके लिए खड़ा नहीं हुआ, जैसा कि उन्होंने आशा की थी। इसलिए वह अभी भी इस पूरे घटनाक्रम में नाटो को शामिल करके संघर्ष के समाधान पर निर्भर हैं। बातचीत के जरिए नहीं?
मात्र 10 दिन में करीब 14 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं
मारियूपोल और वोलनोवाखा में संघर्ष विराम लागू नहीं होने से युद्ध खत्म करने के प्रयासों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इसके साथ ही मात्र 10 दिन में करीब 14 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। पुतिन ने यूक्रेन पर, लोगों के निकासी अभियान में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया और यह भी दावा किया कि यूक्रेन का नेतृत्व देश के स्वतंत्र राष्ट्र के दर्जा के भविष्य पर सवाल उठा रहा है। पुतिन ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो इसके लिए पूरी तरह यूक्रेन का नेतृत्व जिम्मेदार होगा।
फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए रूस ने किया था सीजफायर का ऐलान
इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि वह दक्षिण पूर्व में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह मारियूपोल और पूर्व में स्थित वोलनोवाखा शहर से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए रास्ता देने को सहमत है। पिछले कई दिनों से इन दोनों शहरों में रूसी सेनाएं गोलाबारी कर रही हैं और बर्फीली सर्दी में वहां फंसे सैकड़ों लोगों के लिए अस्पताल, भोजन और पानी का संकट पैदा हो गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 5 मार्च को सुबह 10 बजे (मॉस्को के समयानुसार) रूसी पक्ष ने सीजफायर का ऐलान किया है, ताकि मारियुपोल और वोल्नोवाखा से नागरिकों के बाहर निकलने के लिए मानवीय गलियारा बनाया जा सके। इससे पहले रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया था कि रूसी बसें पूर्वी यूक्रेन के खारकीव और सूमी शहरों में भारतीय छात्रों और अन्य विदेशी नागरिकों को निकालने के लिए क्रॉसिंग पॉइंट पर तैयार हैं, जो युद्ध के बीच वहां पर फंसे हुए हैं।
नाटो यूक्रेन में उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र लागू नहीं करेगा
मारियूपोल के महापौर वादिम बॉयचेंको ने यूक्रेन के टीवी चैनल पर कहा कि हजारों लोग शहर से सुरक्षित बाहर निकलने के लिए एकत्र हुए हैं और जब बसें उन्हें लेकर रवाना हुईं तभी गोलाबारी शुरू हो गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से आग्रह किया है कि उनके देश के ऊपर के वायु क्षेत्र को ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित किया जाए। नाटो का कहना है कि ऐसा ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित करने से यूक्रेन के ऊपर सभी गैर अधिकृत विमानों पर पाबंदी लग जाएगी, जिससे परमाणु हथियारों से लैस रूस के साथ यूरोपीय देशों की बड़े स्तर पर जंग छिड़ जाएगी।
रूस में मार्शल लॉ लगाने की कोई जरूरत नहीं है: पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि इस समय ऐसा कुछ नहीं है जिसके कारण रूस में मार्शल लॉ लगाना पड़े। इस तरह की अटकलें थी कि रूस में मार्शल लॉ लगाया जा सकता है। इसके बाद पुतिन ने यह बयान दिया है। पुतिन ने कहा कि मार्शल लॉ उस देश में लगाया जाता है जहां बाहरी हमला होता है। उन्होंने कहा कि वह रूस में ऐसी कोई स्थिति नहीं देखते हैं और उम्मीद करते हैं कि ऐसी स्थिति उपजे नहीं।
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