Russia-Ukraine: यूक्रेन और रूस के बीच लगभग 6 महीने से युद्ध चल रहा है। फिलहाल, इस युद्ध में यूक्रेन की बढ़त दिख रही है। यूक्रेनी सैनिक रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में लगातार अपना नियंत्रण बना रहा है। कई जगहों से खबरें सामने आई कि खुद रूसी सैनिक गांव को छोड़कर भाग रहे हैं। आखिर आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि यूक्रेन इतना छोटा सा देश कैसे रूस जैसे विशाल देश को हराने में कामयाब हो रहा है। आइए समझते हैं कि यूक्रेन की लगातार जीत को ओर कैसे बढ़ रहा है। कौन से देश है जो यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सुरक्षा दे रहे हैं।
क्या रूस और अमेरिका आमने-सामने?
वैसे से तो इस युद्ध में आमने-सामने सिर्फ रूस और यूक्रेन है लेकिन यूक्रेन के पीछे दुनिया का मोस्ट पावरफुल देश कहा जाने वाला अमेरिका लगातार यूक्रेन को मदद पहुंचा रहा है। यानी आसान भाषा में कहे तो यह लड़ाई रूस और अमेरिका के बीच भी हो रहा है। हालांकि इस युद्ध में अमेरिका सामने से नहीं है। अमेरिका ने यूक्रेन को 15 सिंतबर को ही 4,789 करोड़ रुपए की सैन्य सहायता दी। वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि हर महीने युद्ध पर 40 हजार करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। राष्ट्रपति लगातार अपने मित्र देशों से मदद मांग रहे हैं।
अमेरिका समेत कई देश कर रहे हैं मदद
यूक्रेन जीत की ओर बढ़ रहा है तो अमेरिका के साथ अन्य पश्चिमी देशों से कई करोड़ रुपए की सैन्य मदद के तौर पर मिल रहा है। इसमें कई ऐसे छोटे देश है जो यूक्रेन की सहायता कर रहे हैं। आइए आकंड़ो से समझते हैं कि किन देशों ने यूक्रेन को मजबुत स्थिति में लाने के लिए अपना हाथ आगे किया है।
- अमेरिका-1,00,00
- पोलैंड-14,600
- ब्रिटेन-10,855
- कनाडा-7,582
- जर्मनी-5,348
- चेक-2,794
- डेनमार्क-2,155
- लातविया-1,995
- एस्टोनिया-1,995
- ऑस्ट्रेलिया-1,916
किन तरह के हथियारों ने यूक्रेन की ताकत बढ़ाई
- हिमार्स
- रॉकेट लॉन्चर
- एम 777 होवित्जर तोप
एक के बाद एक शहर हो रहे हैं आजाद
8 सितंबर को जेलेंस्की ने इस जानकारी की पुष्टि की कि यूक्रेनी सेना इकाइयों ने खार्किव ओब्लास्ट में बालाक्लिया शहर को मुक्त कर दिया था और 10 सितंबर को यह ज्ञात हो गया कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने कुपियांस्क और इजि़यम को मुक्त करा लिया है। 9 सितंबर को जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेनी सेना ने खार्किव ओब्लास्ट में 30 से अधिक शहरों और कस्बों पर नियंत्रण कर लिया है। सितंबर की शुरूआत से यूक्रेनी सेना ने रूसी आक्रमणकारियों से देश के लगभग 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को मुक्त करा लिया है।
रूस क्या बदल सकता है अपनी रणनीति?
रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक दिन पहले जानकारी दिया था कि वह क्षेत्र में अपनी रक्षात्मक चौकियों पर फिर से सैनिकों को तैनात कर सकता है। उसने 10 सितंबर को पुष्टि किया था कि उसकी सेना इजियुम शहर से वापस लौट आई है। वहीं बताया कि उसकी सेनाएं पूर्व में अपनी स्थिति मजबूत करने की योजना को बदल दिया है। विशेषज्ञों ने बताया कि रूस का कोई ठीक नहीं है वो कभी इस शहर पर हमला बोल सकता है। रूस का अगला कदम क्या हो सकता है इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। वही शहर कितना सुरक्षित है ये भी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
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