मास्को: 47 दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच जंग चल रही है। इस जंग ने अब तक यूक्रेन में काफी तबाही मचाई है। यूक्रेन में मलबों के नीचे से लाशें निकल रही हैं। नागरिक अपनी जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं। ऐसे में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसमें ये कहा गया है कि रूस ने यूक्रेन पर रासायनिक हथियारों से हमला किया है। जिससे लोग सांस ना ले पाने की वजह से भी मर रहे हैं।
यूक्रेन की आजोव रेजिमेंट के हवाले से ये खबर सामने आई है कि रूस ने मारियुपोल में यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल किया था। ये पहला मौका होगा युद्ध में, जब रूस ने कैमिकल अटैक किया है। आजोव रेजिमेंट का कहना है कि इस कैमिकल अटैक की वजह से लोगों को सांस लेने में काफी तकलीफ हुई।
आजोव रेजिमेंट का कहना है कि रूस ने यूक्रेन के सैनिकों पर मारियुपोल शहर में जहर बरसाया और इसके लिए ड्रोंस का इस्तेमाल किया। रूसी सेना द्वारा हवा में जहरीले पदार्थ छोड़े गए, जिसके बाद यूक्रेनी सैनिकों को सांस लेने में समस्या होने लगी।
एक चौंकाने वाली खबर ये भी है कि जिस मारियुपोल शहर में रूस के कैमिकल अटैक की बात सामने आई है, वहां अब तक सबसे ज्यादा तबाही मची है। रूसी सैनिकों के हमले में अब तक मारियुपोल शहर में 10 हजार से ज्यादा नागरिकों की मौत हुई है। ये बयान इस शहर के मेयर वादिम बॉयचेंको ने दिया है। उनका कहना है कि मारियुपोल सबसे ज्यादा तबाही झेलने वाला यूक्रेन का शहर है।
यूक्रेन पहुंची लिथुआनिया की पीएम इंग्रिडा सिमोनीटे भी यहां का नजारा देखकर घबरा गईं। उन्होंने कहा कि ये बर्बादी ऐसी है, जिसे बताने के लिए उनके पास शब्द ही नहीं हैं। दरअसल जब वह कीव के पास बोरोड्यांका पहुंचीं, तो उनके सामने मलबे के नीचे दबे शव निकले। इस मंजर को देखकर लिथुआनिया की पीएम का दिल दहल गया और उन्होंने कहा कि रूस ने जो नरसंहार किया है, उसकी सजा उसे जरूर मिलनी चाहिए।
बता दें कि इससे पहले एक खबर ये भी आई थी कि रूस ने अपने सबसे खूंखार जनरल को इस युद्ध में अपने सैनिकों की कमान सौंपी है। पुतिन ने जनरल एलेक्सजेंडर दिवोर्निकोव को रूस का नया कमांडर बनाया है। ये वही जनरल हैं, जिन्होंने यूक्रेन के क्रामटोर्स्क में रेलवे स्टेशन पर मिसाइल हमले का आदेश दिया था। दिवोर्निकोव ही अब यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों की कमान संभालेंगे।
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