रूस और यूक्रेन के बीच तनाव जारी है। यूक्रेन की राजधानी कीव से कुछ दूरी पर रूस की सेना रुक गई है। इस बीच व्लादिमीर पुतिन ने रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के जवाब में परमाणु हथियारों की तैनाती का आदेश दिया है। ये युद्ध में रूस के द्वारा लिया गया एक बड़ा फैसला भी है। क्योंकि यदि रूस की तरफ से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाता है तो ये दो देशों के बीच परमाणु युद्ध शुरू कर देगा। अमेरिका लगातार रूस को ऐसा नहीं करने की हिदायत भी दे रहा है।
रूस के पास पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। द फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटेस्ट ने अनुमान लगाया है कि चीन के पास 350, रूस के पास 6257 और अमेरिका के पास 5600 परमाणु हथियार हैं। अगर रूस की तरफ से परमाणु हम का इस्तेमाल किया जाता है तो इसके नतीजे बहुत भयानक हो सकते हैं। अभी तक सिर्फ एक ही बार परमाणु हमला किया गया है।
कब हुआ था जापान पर परमाणु हमला-
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका और जापान आमने-सामने थे। इसमें जापान की आर्थिक स्थिति बहुत बिगड़ चुकी थी। 6 अगस्त 1945 को सुबह करीब आठ बजे अमेरिकी विमानों ने 'लिटिल बॉय' नाम के परमाणु बम गिराया था। इसकी शक्ति 12500 टन टीएनटी के बराबर थी और जब ये फटा तो तापमान अचानक दस लाख सेंटीग्रेड पहुंच गया और ऊपर से द ग्रेट आर्टिस्ट के पायलेट मेजर चार्ल्स स्वीनी ने एक विशाल आग का गोला बनता देखा।
इसके बाद 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने दूसरा एटम बम नागासाकी पर दोपहर के समय गिराया। अमेरिका ने इस बम का नाम 'फैट मैन' रखा था। इस बम की तबाही से आस पास का कई किलोमीटर का इलाका बंजर जमीन में तब्दील हो गया। लोगों के मुंह से सिर्फ 'बचाओ-बचाओ' की आवाज सुनाई दे रही थी। एटम बम के इस हमले के बाद मानव शरीर से पानी को बाहर खींच लिया गया। लोग पानी के लिए तरसने लगे। बहुत तेज रोशनी के बाद जापान के इस नगर में पूरी तरह अंधेरा छा गया।
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