मॉस्को: रूस के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को दावा किया कि यूक्रेन में स्थित चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर कामकाज सामान्य रूप से चल रहा है। रूस ने साथ ही कहा कि न्यूक्लियर स्टेशन पर रेडिएशन की स्थिति की निगरानी की जा रही है। इससे एक दिन पहले संयंत्र पर तैनात यूक्रेनी सैनिकों के साथ भीषण संघर्ष के बाद रूसी सैनिकों ने इसपर कब्जा कर लिया था। इस संयंत्र में 1986 में हुई दुनिया की सबसे बदतर परमाणु त्रासदी के बाद से ही परमाणु विकिरण लीक हो रहा है।
पुतिन ने कर दिया था रूस पर आक्रमण
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन पर पूर्ण रूप से आक्रमण कर दिया था। यूक्रेन की थलसेना के कमांडर के सलाहकार एलीओना शेव्तसोवा ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि रूसी सैनिकों ने ऊर्जा स्टेशन पर कब्जा करके कर्मचारियों को बंधक बना लिया है। वहीं, समाचार एजेंसी 'टास' ने रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंको के हवाले से कहा, '24 फरवरी को, रूस के अर्धसैनिकों ने चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आसपास के क्षेत्र को नियंत्रण में कर लिया।’
‘न्यूक्लियर स्टेशन पर रेडिएशन की निगरानी’
रूसी रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया, ‘इस संबंध में एनपीपी की सुरक्षा में तैनात यूक्रेन की एक बटालियन के साथ समझौता हुआ था ताकि परमाणु रिएक्टरों और परमाणु आश्रय स्थलों की संयुक्त रूस से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।’ कोनाशेंको ने कहा कि एनपीपी के कर्मचारी सामान्य रूप से अपनी सेवाएं दे रहे हैं और स्टेशन पर विकिरण स्थिति की निगरानी की जा रही है।
1986 में हो गई थी 30 से ज्यादा लोगों की मौत
चेर्नोबिल प्लांट में 1986 में एक विस्फोट हुआ था, जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसे इतिहास की सबसे बदतर परमाणु त्रासदी कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इसके बाद के वर्षों में, विकिरण के लक्षणों से अनगिनत अन्य लोगों की मृत्यु हो गई थी।
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