मॉस्को: यूक्रेन के अधिकारियों से बातचीत करने के लिए रूस अपना एक प्रतिनिधिमंडल बेलारूस के मिंस्क में भेजने को तैयार है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को एक संबोधन में कहा कि रूस के डेलिगेशन में 3 मंत्रालयों के लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि डेलिगेशन में विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति कार्यालय के अफसर मिंस्क जाने के लिए तैयार हैं। पुतिन ने साथ ही हमले के लिए अमेरिका और यूरोपीय देशों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि NATO ने रेड लाइन क्रॉस कर दी थी इसलिए युद्ध करना पड़ा।
‘यूक्रेन पश्चिमी देशों के इशारे पर काम कर रहा है’
इससे पहले पुतिन ने यूक्रेनी सैनिकों का आवाह्न करते हुए कहा था कि वे देश की सत्ता अपने हाथों में ले लें। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पश्चिमी देशों के इशारे पर काम कर रहा है। बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन के लिए गुट-निरपेक्ष दर्जे पर बातचीत करने को तैयार हैं। मॉस्को की मांग है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने का अपना प्रयास छोड़ दे और गुट-निरपेक्ष हो जाए। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पोस्कोव ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उस पेशकश के जवाब में प्रतिनिधिमंडल भेजने को तैयार हैं।
यूरोप में पुतिन की संकत्तियों को फ्रीज करने की प्लानिंग
इस बीच यूरोपियन यूनियन ने यूरोप में पुतिन की संपत्तियों को फ्रीज करने की योजना बनाई है। इससे पहले लग्जमबर्ग के विदेश मंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि 27 सदस्य देशों वाला यूरोपीय संघ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की संपत्तियां फ्रीज करने के निर्णय पर सहमति के बेहद करीब है। जीन एसेलबोर्न ने, रूस पर प्रतिबंध लगाने पर चर्चा के लिए आहूत ईयू के विदेश मंत्रियों की एक बैठक से पहले कहा, मुझे लगता है कि हम सहमति के बेहद करीब हैं। चर्चा होगी लेकिन मुझे लगता है कि हम इस पर सहमत हैं कि पुतिन और लावरोव की संपत्तियों को फ्रीज कर देना चाहिए।'
Latest World News