पेरिस : यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अब फ्रांस ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। पेरिस म्यूजियम ने व्लादिमीर पुतिन की मोम की प्रतिमा को हटा दिया है। पेरिस के ग्रीविन म्यूजियम में पुतिन की मोम की प्रतिम को यह कहते हुए हटा दिया गया कि हम किसी तानाशाह की प्रतिमा म्यूजियम में नहीं रखते। पेरिस म्यूजियम ने पुतिन को तानाशाही का प्रतिनिधित्व करनेवाला बताया और मोम की प्रतिमा को हटा दिया।
यू्क्रेन पर हमले के बाद से ही पूरी दुनिया में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की छवि एक तानाशाह के तौर पर देखी जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति बायडेन ने भी खुले तौर पर पुतिन को एक तानाशाह बताया और यह भी कहा कि तानाशाही का अंत निश्चित है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के देशों की तरफ से कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें कई अहम आर्थिक प्रतिबंध भी शामिल हैं।
पुतिन की प्रतिमा हटाने के बाद म्यूजियम की ओर से यह कहा गया- हमने कभी ग्रीविन संग्रहालय में हिटलर जैसे तानाशाहों का प्रतिनिधित्व नहीं किया, हम आज के हालात में पुतिन का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहते हैं।
उधर, रूस के खिलाफ लामबंद होते हुए संयुक्त राष्ट्र में अधिकतर देशों ने उससे यूक्रेन से बाहर निकलने की मांग की। रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर में बमबारी फिर शुरू कर दी है और इससे देश की राजधानी पर खतरा बढ़ गया है। रूस ने उसके प्रमुख रणनीतिक बंदरगाहों को भी घेर लिया है।
रूस का कहना है कि पिछले सप्ताह शुरू हुई सैन्य कार्रवाई में अभी तक करीब उसके 500 सैनिक मारे गए हैं और लगभग 1,600 जवान घायल हुए हैं। वहीं, यूक्रेन ने उसकी सेना के हताहत सैनिकों की जानकारी साझा नहीं की। बहरहाल, यूक्रेन ने कहा कि दो हजार से अधिक असैन्य नागरिक मारे गए हैं। दोनों ही देशों के दावों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।
Latest World News