यूक्रेन की बॉर्डर गार्ड एजेंसी ने बताया कि उसने युद्ध लड़ने की उम्र के 2,200 यूक्रेनियाई पुरुषों को उस समय हिरासत में ले लिया जब वे मार्शल लॉ का उल्लंघन कर देश छोड़कर जाने का प्रयास कर रहे थे।
एजेंसी ने रविवार को बताया कि इनमें से कुछ ने फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल किया था जबकि अन्य ने देश छोड़ने के लिए सीमा रक्षकों को रिश्वत देने की कोशिश की थी। एजेंसी ने बताया कि कार्पैथियन पहाड़ी खराब मौसम में पार करने के दौरान कुछ लोगों की मौत हुई है। लेकिन उनकी संख्या नहीं बताई गई है।
गौरतलब है कि यूक्रेन में लगे मार्शल लॉ के तहत 18 से 60 साल उम्र के यूक्रेनियाई पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगाई है और उन्हें युद्ध में लड़ने के लिए बुलाया जा सकता है।
वारसा पोलैंड के शहरों में वर्ष 2010 में हुए विमान हादसे की याद में सायरन बजाए गए जिसमें देश के तत्कालीन राष्ट्रपति लेक काज़िंस्की और 94 अन्य प्रमुख लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, यह आयोजन विरोध के बावूजद हुआ क्योंकि विरोधियों का कहना था कि सायरन की आवाज से यूक्रेन से आए शरणार्थियों की पीड़ा और बढ़ेगी।
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