नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन युद्ध को अब 12 वां महीना शुरू हो गया है। इस बीच पूर्वी यूक्रेन पर रूसी सेना सबसे बड़े और विनाशक हमले की तैयारी में है। यह सूचना मिलते ही यूक्रेन में खलबली मच गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पूर्वी यूक्रेन में बसे लोगों को जल्द से जल्द इलाका खाली कर देने को कहा है। सैन्य कर्मियों और अन्य एजेंसियों की मदद से पूर्वी यूक्रेन में रह रहे लोगों को सुरक्षित बंकरों में ले जाया जा रहा है। इस दौरान पूर्वी यूक्रेन में जोर-जोर से हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं। आशंका है कि रूस घातक मिसाइलों से हमला कर सकता है। रूस के बमवर्षक यूक्रेन को तबाह करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस दौरान रूस ने यूक्रेन के लुहांस्क क्षेत्र में अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है। स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि यूक्रेन लुहांस्क क्षेत्र में रूसी सेना की संख्या बढ़ने को पूर्वी क्षेत्र में बड़े रूसी हमले की तैयारी के रूप में देख रहा है। लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई ने कहा कि रूसी सेना अपने कब्जे वाले हिस्सों के पास घरों से स्थानीय लोगों को निकाल रही है। ताकि वे यूक्रेन के आयुध भंडारों में रूसी सैनिकों की तैनाती के बारे में सूचना नहीं दे सकें। हैदई ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र में रूसी सैनिकों को सक्रियता के साथ भेजा जा रहा है और वे निश्चित रूप से फरवरी में पूर्वी भाग में किसी बड़ी तैयारी के साथ जा रहे हैं। 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमलों की शुरुआत को एक साल पूरा हो जाएगा। ऐसे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन पर बड़ा हमला करने वाले हैं। इससे यूक्रेन में दहशत फैल गई है। एक वर्षों के दौरान रूस ने यूक्रेन के लगभग सभी सुंदर शहरों को खंडहर बना दिया है।
रूसी हमले में तबाह हुआ यूक्रेन का खूबसूरत बखमुत शहर
रूस के हमले में यूक्रेन का सबसे खूबसूरत शहर बखमुत पूरी तरह तबाह हो गया है। यह पर्यटकों की पंसदीदा जगह के रूप में खास पहचान रखने वाले बखमुत शहर है। मगर लंबे समय से जारी युद्ध की भारी कीमत बखमुत को चुकानी पड़ी है। कभी पर्यटकों से गुलजार रहने वाला शहर अब सुनसान दिखाई पड़ता है। बखमुत में लेकसाइड पार्क के आसपास टहलते हुए पर्यटकों को 19वीं सदी के आखिरी समय की इमारतें आकर्षित किया करती थीं। साथ ही इस शहर में बनीं ऐतिहासिक गुफाएं भी खासा आकर्षण का केंद्र हुआ करती थीं। अब यहां सिर्फ तबाही के निशान हैं।
यह शहर रूस की सीमा से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो नमक और जिप्सम की खदानों के लिए जाना जाता है। यह शहर कभी पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क प्रांत का लोकप्रिय पर्यटन स्थल हुआ करता था। हालांकि भारी बमबारी के बावजूद रूसी सैन्य बल इस शहर को अपने नियंत्रण में नहीं ले सके, लेकिन लगातार हमलों के चलते स्थानीय नागरिकों को विस्थापित होने को मजबूर होना पड़ा। यूक्रेनी सैनिक पेट्रो वोलोसेंको ने कहा, ‘‘अब यह शहर धरती का नरक बन चुका है। इसके हालात बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
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