Russia-Ukraine war: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध का अंजाम कुछ भी हो, लेकिन कोई भी देश हार मानने को तैयार नहीं है। खार्कीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के बाद रूस ने फिर से यूक्रेन के कई इलाकों को भारी बमवर्षा करके तबाह कर दिया। इससे इमारतों और नागरिकों को भारी नुकसान पहुंचा है। काफी संख्या में आम नागरिक भी घायल हो गए हैं। रूस के इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि हम हार मानने वाले नहीं हैं। रूस के सामने झुकेंगे नहीं।
याल्टा यूरोपीय रणनीति की वार्षिक बैठक के दौरान पैनल चर्चा में यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि रूस के साथ युद्ध के अंत को लेकर बातचीत करना असंभव है, क्योंकि वह अपनी स्थिति बताने में विफल रहा है। उनका कहना था कि, "हम युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन हमारी परिस्थितियां और क्षमताएं बदल गई हैं। हमारे लोग आतंकवादियों के साथ बातचीत नहीं करना चाहते हैं। हालांकि अगर वह चाहें तो कोई उनसे संवाद कर सकता है, क्योंकि कम से कम ये पता चलेगा कि वे क्या चाहते हैं।"
जेलेंस्की ने कहा रूस पर भरोसा नहीं
जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि इस बात का कोई भरोसा नहीं है कि रूसी पक्ष अपने द्वारा किए गए किसी भी वादे को पूरा करेगा। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वे नहीं करेंगे। कोई भी विश्वास नहीं करता (कि वे करेंगे)। आप उनके साथ सौदा नहीं करना चाहेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि इससे पहले कि रूसी संघ के साथ राजनयिक वार्ता संभव हो, रूसी सेना को यूक्रेन से हटना होगा और रूस को आतंकवादी की तरह व्यवहार करना बंद करना होगा।
हमारी जमीन लौटाए रूस
जेलेंस्की ने कहा कि रूस को हमारी जमीनों और शहरों को लौटाना होगा। इसके बाद ही उनसे कोई बातचीत संभव है। उन्होंने कहा कि हमें रूस के साथ राजनयिक संचार का एक चैनल खोलने के लिए, (रूसी नेताओं) को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना चाहिए कि वे उस भूमि को वापस देने के लिए तैयार हैं जो उनकी नहीं है। तब हम बातचीत शुरू कर सकते हैं। मगर इसके लिए रूस के अन्य राजनेताओं को आगे आना चाहिए। तभी राजनियक बातचीत के विकल्प को खोला जा सकता है।
यूक्रेन के पांच गांवों बरसा रूसी बम
रूसी सेना ने एक दिन में यूक्रेन के सूमी ओब्लास्ट के पांच गांवों पर भारी बमबारी की है। टेलीग्राम पर सुमी ओब्लास्ट सैन्य प्रशासन के प्रमुख दिमित्रो झीवित्स्की ने कहा कि इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ है। हालांकि कुछ इमारतों को नुकसान जरूर पहुंचा है। उक्रेन्स्का प्रावदा ने कहा है कि, 10 सितंबर की सुबह, रूसी सेना ने माइकोलाइव्का होरोमाडा पर तीन हमले किए। रूसी सेना ने क्रास्नोपिलिया होरोमाडा पर चार मोर्टार हमले किए और बाद में रूसी सैनिकों ने 14 तोप दागे। बाद में, मोर्टार गोलाबारी के कारण दो हेक्टेयर घास के मैदान में आग लग गई। वेल्यका प्यसारिव्का होरोमाडा पर पांच हमले हुए।
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