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Hindi News विदेश यूरोप रूस ने यूक्रेन पर लगाया 'Chemical Terrorism' का आरोप, सैनिकों को सबसे खतरनाक 'जहर' दिए जाने का दावा, अस्पताल में कराया गया भर्ती

रूस ने यूक्रेन पर लगाया 'Chemical Terrorism' का आरोप, सैनिकों को सबसे खतरनाक 'जहर' दिए जाने का दावा, अस्पताल में कराया गया भर्ती

Chemical Terrorism: मॉस्को ने रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के लिए सैनिकों से प्रयोगशाला परीक्षण भेजने की योजना बनाई है। बोटुलिनम जहर को अक्सर 'चमत्कार जहर' कहा जाता है, विज्ञान के लिए ज्ञात सबसे जहरीले जैविक पदार्थों में से एक है।

Russian Soldiers Chemical Terrorism- India TV Hindi Image Source : AP Russian Soldiers Chemical Terrorism

Highlights

  • रूस ने सैनिकों को जहर दिए जाने का आरोप लगाया
  • अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं रूसी सैनिक
  • यूक्रेन के ऊपर केमिकल आतंकवाद का आरोप लगा है

Chemical Terrorism: यूक्रेन में सैन्य अभियान में शामिल कई रूसी सैनिकों को गंभीर रासायनिक विषाक्तता के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कीव पर 'केमिकल आतंकवाद' यानी 'रासायनिक आतंकवाद' का आरोप लगाते हुए कहा कि बोटुलिनम टॉक्सिन टाइप बी के निशान, जो कृत्रिम मूल का जैविक जहर है, सैनिकों से लिए गए नमूनों में पाया गया है। बयान में कहा गया है कि 31 जुलाई को जापोरोजे क्षेत्र के वासिलीवका गांव के पास तैनात होने के बाद रूसी सैनिकों को गंभीर जहर के संकेतों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मंत्रालय ने जोर देकर कहा, "जेलेंस्की शासन ने रूसी कर्मियों और नागरिकों के खिलाफ जहरीले पदार्थों के उपयोग के साथ आतंकवादी हमलों को अधिकृत किया है।" मॉस्को ने रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) के लिए सैनिकों से प्रयोगशाला परीक्षण भेजने की योजना बनाई है। बोटुलिनम जहर को अक्सर 'चमत्कार जहर' कहा जाता है, विज्ञान के लिए ज्ञात सबसे जहरीले जैविक पदार्थों में से एक है। क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम बैक्टीरिया द्वारा निर्मित, यह एसिटाइलकोलाइन न्यूरोट्रांसमीटर को रिलीज करने से रोकता है, जिससे मांसपेशियों का पक्षाघात होता है।

इलाज में इस्तेमाल होता है टाइप ए

हाल के दशकों में बोटुलिनम टॉक्सिन टाइप ए का उपयोग दवा में छोटी खुराक में किया गया है, विशेष रूप से अति सक्रिय मांसपेशी मूवमेंट की विशेषता वाले विकारों के इलाज के लिए। यह कॉस्मेटोलॉजी में इसके संक्षिप्त नाम, बोटॉक्स के तहत भी जाना जाता है। हालांकि, बोटुलिनम विष उत्पादन और वितरण में आसानी और विषाक्तता के परिणामस्वरूप होने वाली उच्च मृत्यु दर के कारण जैव हथियार के रूप में एक बड़ा खतरा बन गया है। आरटी ने बताया कि गहन देखभाल की लंबी अवधि के बाद ही रिकवरी संभव है।
 
दूसरी तरफ यूक्रेन ने यूरोप के सबसे बड़े झापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को लेकर चिंता जाहिर की है। रूस के कब्जे वाले इस संयंत्र में हाल में बमबारी तेज होने से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। यूक्रेनी कर्मी सख्त नियंत्रण और दबावपूर्ण स्थितियों में इस बड़े संयंत्र का संचालन कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन हमले जारी रहने और नुकसान के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इस संघर्ष में गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों ने एक अहम भूमिका निभाई है और इसलिए अभी यह पता नहीं है कि हालात क्या हैं।

नुकसान पहुंचने की संभावना कम

अभी इसकी संभावना नहीं लगती कि दोनों पक्षों में से कोई भी यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाना चाहेगा, जिससे कि रेडियोधर्मी पदार्थ का रिसाव हो। संयंत्र में काम करने वाले यूक्रेनी कर्मियों ने दावा किया कि रूस जानबूझकर गैर-महत्वपूर्ण उपकरणों को निशाना बना रहा है। परमाणु संयंत्र पर जानबूझकर हमला किए जाने से अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन होगा। 

यह संयंत्र चेर्नोबिल की तरह नहीं है, जो दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु आपदा वाली जगह है। चेर्नोबिल एक पुराने रिएक्टर की तरह था। झोपोरिज्जिया की तरह इसे भी पानी से ठंडा किया जाता है, लेकिन इसमें ‘न्यूट्रोन अनुशोधन’ के लिए बड़ी मात्रा में ग्रेफाइट मौजूद होता है। ‘न्यूट्रोन अनुशोधन’ रिएक्टर के संचालन के लिए अनिवार्य होता है।

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