Ukraine Nuclear Plant Chief: रूस द्वारा खेरसोन, जापोरिज्जिया, दोनेत्स्क और लुहांस्क को अपने देश में विलय कर लिए जाने के बाद यूक्रेन ने पुतिन पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है। यूक्रेन की तरफ से कहा जा रहा है कि जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव का रूस ने अपहरण कर लिया है। यूक्रेन की परमाणु कंपनी एनर्गोटम ने शनिवार को कहा कि रूसी सेना ने जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव को शुक्रवार अपराह्न करीब चार बजे अगवा कर लिया। यह गलत है। रूस को चाहिए कि वह तत्काल उन्हें रिहा कर दे।
यूक्रेन का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र अब है रूस के कब्जे में
यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा प्रदाता विभाग ने रूस पर यह गंभीर आरोप लगाया है। जापोरिज्जिया सिर्फ यूक्रेन का ही नहीं, बल्कि यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। हालांकि अब रूस ने जापोरिज्जिया को अपने कब्जे में लेकर इसे स्वतंत्र घोषित कर दिया है। यूक्रेन ने जापोरिज्जिया के प्रमुख का 'अपहरण' करने का आरोप रूस पर लगाया है। जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के सैनिकों का कब्जा है। एनर्गोटम ने कहा कि रूसी सैनिकों ने मुराशोव की कार को रोका, उनकी आंखों पर पट्टी बांधी और फिर उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले गए।
रूस ने यूक्रेन के आरोपों को नकारा
एनर्गोटम के अध्यक्ष पेट्रो कोटिन ने कहा, ''रूस द्वारा उनको हिरासत में लेने की घटना यूक्रेन और यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा को खतरे में डालती है। पेट्रो कोटिन ने मांग की कि रूस तुरंत मुराशोव को रिहा करे। दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को औपचारिक रूप से रूसी संघ में शामिल करने के लिए एक संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसोन और जापोरिज्जिया को रूस में शामिल करने की घोषणा की गयी है। रूस ने हालांकि, परमाणु ऊर्जा संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव को हिरासत में लेने की बात स्वीकार नहीं की है।
संयंत्र में है आइएईए कर्मियों की मौजूदगी
यूक्रेन के जापोरिज्जिया को रूस ने अपने देश में विलय कर लिया है। ऐसे में यूक्रेन का जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र भी अब रूस के कब्जे में आ गया है। यहां अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आइएईए) के कर्मचारी तैनात हैं। उन्होंने भी एनर्गोटम के मुराशोव के अपहरण के दावे को स्वीकार नहीं किया है। जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र बार-बार यूक्रेन में जारी युद्ध की कार्रवाई का शिकार हुआ है। रूसी सैनिकों द्वारा जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा करने के बाद यूक्रेनी तकनीशियनों ने इसे चलाना जारी रखा है। संयंत्र के पास चल रही गोलाबारी के बीच सितंबर में संयंत्र का आखिरी रिएक्टर बंद कर दिया गया था।
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