Prince Charles: बड़ा खुलासा- ओसामा बिन लादेन से जुड़ा ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स का कनेक्शन, आतंकी के परिवार से लिए थे 10 करोड़ रुपये, आखिर क्यों?
शाही सूत्रों ने उन रिपोर्ट्स पर भी सवाल उठाए हैं, जिनमें कहा गया है कि प्रिंस के सलाहकार ने उन्हें सलाह दी थी कि 'यह अच्छा नहीं होगा', अगर सामने आया कि उन्होंने अल-कायदा के संस्थापक के परिवार से पैसे लिए हैं।
Highlights
- प्रिंस चार्ल्स ने ओसामा के परिवार से लिए पैसे
- कतर के विवादित नेता से भी ली थी रकम
- रिपोर्ट में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को लेकर खुलासा
Prince Charles: ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स पैसों के लेन-देन के मामले के चलते एक नए घोटाले में फंसते दिखाई दे रहे हैं। एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि उनकी चैरिटी ने कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के परिवार से 1 मिलियन पाउंड (करीब 9.64 करोड़) रुपये लिए थे। प्रिंस ऑफ वेल्स चैरिटेबल फाउंडेशन (PWCF) ने इतनी बड़ी रकम बकर और शाफिक बिन लादेन नाम के दो लोगों से ली थी। जो 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन के सौतेले भाई हैं। ये हैरान कर देने वाला दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। संडे टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चार्ल्स ने साल 2013 में क्लियरेंस हाउस में बकर के साथ एक निजी बैठक करने के बाद पैसा स्वीकार किया था।
ये बैठक अमेरिकी विशेष बल द्वारा ओसामा बिन लादेन को मारे जाने के दो साल बाद हुई थी। डेलीमेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि शाही सूत्रों ने चार्ल्स के पैसा स्वीकार करने या सौदे में शामिल होने के दावों को खारिज कर दिया है। सूत्रों ने उन रिपोर्ट्स पर भी सवाल उठाए हैं, जिनमें कहा गया है कि प्रिंस के सलाहकार ने उन्हें सलाह दी थी कि 'यह अच्छा नहीं होगा', अगर सामने आया कि उन्होंने अल-कायदा के संस्थापक के परिवार से पैसे लिए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रिंस की चैरिटी ने उस शख्स के परिवार से पैसे लिए हैं, जिसने इतिहास के सबसे घातक हमले की साजिश रची थी।
हमले में 67 ब्रिटिश भी मारे गए थे
अब इस रिपोर्ट में किए गए दावों से चैरिटी के पैसे उगाहने के काम पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अमेरिका में हुए 9/11 आतंकी हमले में करीब 3000 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से 67 ब्रिटेन से थे। इससे पहले एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रिंस चार्ल्स ने कतर के एक विवादित नेता से पैसों से भरा सूटकेस लिया था। जिसमें 1 मिलियन यूरो (करीब 8 करोड़ रुपये) कैश थे। जानकारी के अनुसार, ये पैसा कुल रकम की तीसरी किश्त थी। प्रिंस चार्ल्स ने 2011 और 2015 के बीच शेख हमद बिन जासीम बिन जाबेर अल थानी से 3 मिलियन यूरो लिए थे। क्लियरेंस हाउस के अनुसार, ये पैसा तुरंत प्रिंस की चैरिटी को दे दिया गया था।
संडे टाइम्स ने लिखा है कि कतर के पूर्व प्रधानमंत्री शेख को एचबीजे भी कहा जाता था। उन्होंने निजी बैठकों में चार्ल्स को बड़ी मात्रा में कैश दिया था। बैठक के दौरान उन्होंने कथित तौर पर एक कैरियर बैग में प्रिंस को 1 मिलियन यूरो दिए थे। इसके बाद 2015 में क्लियरेंस हाउस में हुई आमने सामने की बैठक में चार्ल्स ने 1 मिलियन यूरो कैश से भरे एक और बैग को स्वीकार कर लिया था। हालांकि बाद में प्रिंस चार्ल्स के कार्यालय ने एक बयान में कहा, 'शेख हमद बिन जसीम से प्राप्त दान तुरंत प्रिंस की एक चैरिटेबल संस्था को स्थानांतरित कर दिया गया था। इस संस्था ने हमें आश्वासन दिया है कि सभी सही प्रक्रियाओं का पालन किया गया था।'
2011 में मारा गया था बिन लादेन
ओसामा बिन लादेन की बात करें, तो उसे अमेरिकी बलों ने 2011 में पाकिस्तान में उसके ठिकाने पर हमला कर मार दिया था। आज से करीब दो महीने पहले अल-कायदा से जुड़ी एक खबर ये आई थी कि उसके नेता अयमन अल-जवाहरी ने अपने पूर्ववर्ती ओसामा बिन लादेन की मौत की 11वीं बरसी पर पहले से रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो जारी किया है। वीडियो में अल-जवाहरी कहता है कि 'अमेरिका की कमजोरी' के कारण उसका सहयोगी यूक्रेन रूसी आक्रमण का 'शिकार' बना है। आतंकी गतिविधियों की निगरानी करने वाले एसआईटीई खुफिया समूह के मुताबिक अल-जवाहरी का 27 मिनट का वीडियो जारी किया गया था। इस वीडियो में आतंकी सरगना एक डेस्क पर बैठा दिख रहा है, जहां किताबें और एक बंदूक भी रखी थी।
मुसलमानों से एकजुटता की अपील करते हुए अल-जवाहिरी ने 9/11 आतंकी हमले के बाद इराक और अफगानिस्तान में शुरू किए गए युद्ध के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा था कि अमेरिका की स्थिति कमजोर है और वह पतन की ओर बढ़ रहा है। अमेरिका पर हुए हमलों का मुख्य साजिशकर्ता और वित्त पोषक बिन लादेन था। अल-जवाहिरी ने कहा कि इराक और अफगानिस्तान में अपनी हार, 9/11 के हमलों के कारण हुई आर्थिक बर्बादी , कोरोना महामारी के बाद उसने (अमेरिका ने) अपने सहयोगी यूक्रेन को रूसियों के शिकार के रूप में छोड़ दिया है। अल-जवाहिरी के ठिकानों की जानकारी नहीं है। वह एफबीआई द्वारा वान्टेड है और उसे पकड़वाने में सहायक जानकारी देने वाले को 2.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाएगा।