पीएम मोदी को मिला ग्रीस का सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’, ये देश भी कर चुके पुरस्कृत
पीएम मोदी को ग्रीस के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया है। ये ग्रीस का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। यूनान (ग्रीस) की राष्ट्रपति कैटेरिना एन सकेलारोपोलू ने प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को यूनान (ग्रीस) की राष्ट्रपति कैटेरिना एन सकेलारोपोलू ने प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया। यह ग्रीक का एक विशिष्ट सम्मान है जो भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को दर्शाता है। यह सम्मान यूनान की राष्ट्रपति द्वारा ऐसे प्रधानमंत्रियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने विशिष्ट पद के कारण यूनान के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्हें ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति सकेलारोपोलू और यूनान की सरकार व लोगों को धन्यवाद दिया। इससे पहले पीएम मोदी को 14 अन्य देश भी उन्हें सर्वोच्च सम्मान से पुरस्कृत कर चुके हैं।
ग्रीस में इस अवॉर्ड को रिसीव करने के बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, “यह यूनान के लोगों का भारत के प्रति सम्मान दर्शाता है।” विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि यह “भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को प्रतिबिंबित करने वाला एक विशेष सम्मान” है। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रशस्ति में कहा गया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सेवा में, यह सम्मान भारत के मैत्रीपूर्ण जनों को दिया गया।” इसमें कहा गया, “इस यात्रा के अवसर पर यूनान सरकार भारत के प्रधानमंत्री का सम्मान करती है, जिन्होंने अपने देश को आगे बढ़ाने और उसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में अथक प्रयास किए और जो भारत की आर्थिक प्रगति और समृद्धि के लिए व्यवस्थित रूप से कार्यरत हैं, जो बड़े सुधारों को आकार दे रहे हैं।
1975 से ग्रीस में आया इस पुरस्कार का चलन
पीएम मोदी ऐसे राजनेता हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में पर्यावरण सुरक्षा व जलवायु परिवर्तन के विषय को उच्च प्राथमिकता दिलवाई है।” ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ की स्थापना 1975 में की गई थी। सितारे के आमुख पर देवी अथेना चित्र अंकित है। इसके साथ ‘‘ओनली द राइचस शुड बी ऑनर्ड’’ (केवल सत्यनिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान हो) इबारत उकेरी हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है। किसी शीर्ष भारतीय राजनेता की यूनान की आखिरी यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी। इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया। मोदी, यूनान के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस के निमंत्रण पर यहां आए हैं।
फ्रांस समेत ये देश भी दे चुके हैं सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस ने सर्वोच्च सम्मान "ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर" से नवाजा था। उन्हें यह पुरस्कार फ्रांस ने बीती 14 जुलाई को अपने राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर दिया था। ये फ्रांस का सैन्य और सिविल दोनों ही क्षेत्रों में सबसे बड़ा सम्मान है। पीएम मोदी ऐसे पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया गया। पीएम मोदी को मिला यह 14वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान था। अब ग्रीस ने उन्हें 15 वें अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाजा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काहिरा यात्रा के दौरान राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी द्वारा मिस्र के सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' से भी सम्मानित किया गया था। 1915 में स्थापित, 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' उन राष्ट्राध्यक्षों, राजकुमारों और उपराष्ट्रपतियों को प्रदान किया जाता है जो मिस्र या मानवता को अमूल्य प्रदान करते हैं। इससे पहले उन्हें पापुआ न्यू गिनी, फिजी, पलाऊ गणराज्य, भूटान, अमेरिका, बहरीन, मालदीव, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन, अफगानिस्तान, साऊदी अरब आदि देशों ने भी सम्मानित किया है। (भाषा)
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