पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यकाल में फ्रांस के साथ संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए थे। अक्टूबर 2020 में इमरान ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों पर इस्लाम पर हमला करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मैक्रों इस्लामोफोबिया को बढ़ावा दे रहे हैं। दरअसल, एक स्कूल टीचर की हत्या के बाद दोनों देशों के रिश्ते काफी बदल गए थे। इस टीचर की हत्या में एक पाकिस्तानी शख्स शामिल था। इसके बाद पाकिस्तान ने फ्रांस को इस्लामी मूल्यों का सम्मान करने की सलाह दी थी। यहां तक कि पाकिस्तान ने फ्रांस की राजधानी पेरिस से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया था।
पाकिस्तान की मदद करेंगे मैंक्रो
लेकिन अब पाकिस्तान की मजबूरी है या कुछ और कि जिस देश से वह कभी संबंध तोड़ना चाहता था, अब उसी से मदद मांगने को बेताब है। इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने कहा है कि वह मुसीबत में पाकिस्तान की मदद कर सकते हैं। मैक्रों के मुताबिक, वह दुनिया के वित्तीय संस्थानों से बातचीत कर सकते हैं, ताकि मुसीबत में फंसे पाकिस्तान को जल्द से जल्द आर्थिक मदद मिल सके।
दुनिया के सामने शरीफ ने पसारे हाथ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन दिनों जेनेवा में हैं और वह यहां संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के एक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। शाहबाज का मकसद यहां आए देशों से पाकिस्तान के लिए मदद मांगनी है। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस सम्मेलन का मकसद बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित पाकिस्तान के लिए आर्थिक मदद जुटाना है। सितंबर 2022 में आई भयानक बाढ़ ने पाकिस्तान में सब कुछ तबाह कर दिया है।
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