लंदन: ब्रिटेन में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 78,610 नए मामले पाए गए, जो देश में अब तक के सर्वाधिक दैनिक मामले हैं। संक्रमण के नए मामलों के लिए कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के साथ-साथ ऑमिक्रॉन वेरिएंट भी मुख्य रूप से जिम्मेदार है। इससे पहले, ब्रिटेन में सर्वाधिक दैनिक मामले 8 जनवरी को सामने आए थे। उस समय 68,053 नए मामले पाए गए थे। एक स्टडी में कहा गया है कि ब्रिटेन में यदि अतिरिक्त नियंत्रण के उपाय नहीं किए गए तो ओमिक्रॉन से काफी लोगों को जान गंवानी पड़ सकती है।
‘हमें हजारों-लाखों लोगों की मदद की जरूरत है’
इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सचेत किया कि ओमिक्रॉन से संक्रमण के मामले 2 से भी कम दिनों में दोगुने हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि कोविड-19 रोधी टीकों की बूस्टर खुराक देने की मुहिम से इससे निपटने में मदद मिलेगी। बता दें कि जॉनसन हजारों स्वयंसेवकों को खरीदारी क्षेत्रों, स्टेडियमों और रेसकोर्स में नए टीकाकरण केंद्रों पर सेवा देने का भी आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें हजारों-लाखों लोगों की मदद की जरूरत है, टीका देने में प्रशिक्षित लोगों से लेकर प्रबंधकों तक की।
‘25000 से 75000 लोगों की मौत हो सकती है’
वहीं, मॉडलिंग पर आधारित एक स्टडी में कहा गया है कि ब्रिटेन में यदि अतिरिक्त नियंत्रण के उपाय नहीं किए गए तो अगले साल अप्रैल तक कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रॉन से 25,000 से 75,000 लोगों की मौत हो सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि ओमिक्रॉन में इंग्लैंड में संक्रमण की लहर पैदा करने की क्षमता है। यह जनवरी 2021 के दौरान बड़े पैमाने पर हुए संक्रमण और अस्पताल में दाखिल कराने के मामलों की तुलना में उच्च स्तर तक पहुंच सकता है। इस अध्ययन की विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा अभी बाकी है।
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