यूरोपीय देश नॉर्वे के शाही परिवार ने मंगलवार को घोषणा की है कि राजकुमारी मार्था लुइस अपने शाही कर्तव्यों और शाही सहायता को छोड़ रही हैं। वह शाही परिवार से रिश्ता भी तोड़ रही हैं। इसके पीछे का कारण ये बताया गया है कि मार्था स्वघोषित ब्लैक तांत्रिक के साथ अपने रिश्ते पर ध्यान देना चाहती हैं। ये तांत्रिक जादुई ताबीज बेचने का काम करता है। एक आधिकारिक बयान में, शाही अदालत ने मार्था लुइस से कहा है कि वह अब 'राजकुमारी' टाइटल का इस्तेमाल नहीं करेंगी। वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट या फिर बिजनेस में शाही परिवार का जिक्र नहीं करेंगी। वहीं मार्था के पास जिन संगठनों की जिम्मेदारी थी, अब उनका भार परिवार के दूसरे सदस्य संभालेंगे।
बयान में कहा गया है, "राजकुमारी अपने पेशेवर काम और शाही परिवार के सदस्य के रूप में अपनी भूमिका को अलग करने के लिए यह कदम उठा रही हैं।" एक 'तांत्रिक' के साथ अपने रिश्ते को लेकर सुर्खियों में रहने वाली मार्था लुईस पहले भी विवादों में रही हैं। साल 2002 में उन्होंने अपना 'हर रॉयल हाईनेस' खिताब खो दिया था। उन्होंने दावा किया कि वह एंडल्स से बात कर सकती हैं और एक भविष्यद्वक्ता के रूप में कार्य करने का फैसला किया है।
छठी पीढ़ी का तांत्रिक होने का दावा
ताजा विवाद ड्यूरेक वेरेट के साथ उनके संबंधों के कारण पैदा हुआ है, जो मीडिया में खूब आ रहे हैं। वेरेट एक तथाकथित 'छठी पीढ़ी के तांत्रिक' हैं। वर्चुअल बातचीत के लिए 1500 डॉलर चार्ज करने वाले वेरेट ने कथित तौर पर ग्वेनेथ पाल्ट्रो और एंटोनियो बैंडेरस जैसी हस्तियों के साथ काम किया है। उन्होंने अपनी किताब 'स्पिरिट हैकिंग' में कई अजीबोगरीब दावे भी किए हैं।
मीडिया ने तांत्रिक को बताया ठग
तांत्रित का दावा है कि वह इंसान का मस्तिष्क कैंसर का इलाज कर सकता है। वह अपनी वेबसाइट का इस्तेमाल 'जादुई ताबीज' बेचने के लिए करते हैं, जिसके बारे में उनका कहना है कि 'इंसानों को बुरी नजर, श्राप या जादू टोना से बचाएं।' अपने ताबीज से कोरोना वायरस को ठीक करने का दावा करने वाले वेरेट को नॉर्वेजियन मीडिया में 'ठग' कहा जाता है। वहीं मार्था लुईस और वेरेट की सगाई हो गई है। शादी के बाद वेरेट को शाही उपाधि नहीं मिलेगी, लेकिन वह 'शाही परिवार का हिस्सा' बन जाएंगे।
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