Monkeypox Virus: लोगों की जान ले रहा 'मंकीपॉक्स वायरस', मरीजों में दिख रहे ये नए लक्षण, भयानक दर्द और सूजन से परेशान लोग, ज्यादातर पुरुष हो रहे संक्रमित
ब्रिटिश मेडिकल जरनल ने एक नए अध्ययन में दावा किया है कि उन लोगों में सामान्य लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, जो वायरस की चपेट में हैं। मरीजों में नए लक्षण दिख रहे हैं। उनके निजी अंगों में दर्द और सूजन हो रही है।
Highlights
- तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स वायरस
- संक्रमण के कारण बढ़ रहा मौत का आंकड़ा
- मरीजों में नए लक्षण दिखाई दे रहे
Monkeypox Virus: अफ्रीका में कहर बरपाने वाला मंकीपॉक्स वायरस अब पूरी दुनिया में तेजी से अपने पैर पसारता जा रहा है। एक हैरान करने वाली खबर ये आई है कि इसके न केवल मामले बढ़ रहे हैं, बल्कि अब लोगों की मौत भी हो रही है। स्पेन में शनिवार को मंकीपॉक्स से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। पिछले दो दिनों में मंकीपॉक्स से मौत का यह दूसरा मामला है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण से जान गंवाने वाले दोनों युवा थे। इस वायरस से मौत का पहला मामला शुक्रवार को सामने आया था। शुक्रवार को ही ब्राजील में भी मंकीपॉक्स से पहली मौत हुई थी। मई से दुनिया के करीब 80 देशों में मंकीपॉक्स के 22,000 से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। अफ्रीका में इस वायरस से 75 लोगों की मौत हुई है। ज्यादातर मरीजों की जान नाइजीरिया और कांगो में गई है।
अफ्रीका के बाहर मौतें सामने आने से एक सप्ताह पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स को ‘वैश्विक स्वास्थ्य आपात स्थिति’ घोषित किया था। स्पेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि देश में इस वायरस से अब तक 4,298 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से करीब 3,500 पुरुष ऐसे हैं, जिन्होंने अन्य पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाए। संक्रमितों में केवल 64 महिलाएं हैं। मंत्रालय के मुताबिक, मंकीपॉक्स से संक्रमित 120 लोगों को अब तक अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। इस वायरस के मामले भारत में भी बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों के बीच ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने इस वायरस के एक और दर्दनाक लक्षण की पहचान की है। आंकड़ों के अनुसार, 28 जुलाई तक ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के 2469 मामले सामने आए। अब ये बीमारी चिंता की बात इसलिए बन गई है क्योंकि इसने लोगों की जान लेना शुरू कर दिया है।
निजी अंगों में दर्द और सूजन
ब्रिटिश मेडिकल जरनल ने एक नए अध्ययन में दावा किया है कि उन लोगों में सामान्य लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, जो वायरस की चपेट में हैं। मरीजों में नए लक्षण दिख रहे हैं। उनके निजी अंगों में दर्द और सूजन हो रही है। वायरस के पिछले मामलों में ये लक्षण नहीं दिखाई दे रहे थे, जब मामले सेंट्रल और पश्चिम अफ्रीका में सामने आए थे। अध्ययन के लेखकों ने कहा है कि नई खोज से पता चला है कि उन गे, बायसैक्सुएल और अन्य पुरुषों के बीच मंकीपॉक्स का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है, जिन्होंने वायरस से प्रभावित देशों के पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं। इस वक्त यूरोप में मंकीपॉक्स वायरस का सबसे अधिक कहर देखा जा रहा है।
मंकीपॉक्स से पहली मौत दक्षिण अमेरिका में भी दर्ज की गई है। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्राजील के एक व्यक्ति की संक्रमण से मौत की जानकारी दी। 41 वर्षीय व्यक्ति को गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने उसके नाम का खुलासा नहीं किया है। उसे मंकीपॉक्स कैसे हुआ और वह कितने समय से संक्रमित था, इस बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक शुक्रवार तक वायरस के कुल 22,124 मामले सामने आए हैं। इनमें से 70 फीसदी मामले यूरोप में और 25 फीसदी अमेरिका में पाए गए हैं।
कांगो में सामने आया था पहला मामला
1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (तब जायर) में एक बच्चे में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। तब से, प्रकोप आमतौर पर कम और पता लगाने योग्य रहा है, वर्तमान प्रकोप अफ्रीका के बाहर किसी भी पिछले प्रकोप के विपरीत है, जिसमें संक्रमण का निरंतर व्यक्ति-से-व्यक्ति संचरण होता है। 22 जुलाई तक, 68 देशों में 16,593 पुष्ट मामले सामने आए हैं, जहां इससे पहले कभी मंकीपॉक्स होने की जानकारी नहीं थी। सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले यूरोप से सामने आए हैं। अधिकांश संक्रमण ऐसे पुरुषों में हुए हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध रखते हैं। विशेष रूप से ऐसे पुरुष जो कई लोगों के साथ यौन संबंध रखते हैं।