दुनिया भर में सोने की कीमतें बढ़ने के साथ ही इसकी अंतरराष्ट्रीय तस्करी ने तेजी पकड़ ली है। अंतरराष्ट्रीय तस्करों के प्लान जानकर आप हैरान रह जाएंगे। सिंगापुर में तस्कर चांगी हवाई अड्डे से स्वदेश जाने के लिए उड़ान भरने वाले भारतीय प्रवासी श्रमिकों को कमीशन के बदले सोना पहुंचाने का काम करने के लिए संपर्क कर रहे हैं। मीडिया की एक खबर में रविवार को यह कहा गया। ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ की खबर के अनुसार जो यात्री सोना पहुंचाने के काम में रुचि दिखाते हैं, उन्हें हवाई अड्डे में एक शांत स्थान पर ले जाया जाता है, जहां सौदा होता है।
रिपोर्टे के मुताबिक बातचीत के दौरान, सामान पहुंचाने वाले को आश्वासन दिया जाता है कि जब वह भारत पहुंचेगा तो गिरोह संचालक उससे सोने के आभूषण वापस ले लेंगे। सिंगापुर के जेम ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद बिलाल के हवाले से कहा गया है कि सिंगापुर में यात्रियों के लिए सोने सहित कीमती जेवरात को देश से बाहर ले जाना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन भारत में तब सोना पहुंचाने वाले कानून तोड़ने का जोखिम उठाते हैं जब वे अपने साथ ले जा रहे सोने की घोषणा नहीं करते हैं। पुरुष भारतीय नागरिकों को अधिकतम 20 ग्राम शुल्क-मुक्त सोना भारत में ले जाने की अनुमति है।
25 से 30 ग्राम सोने की तस्करी आसान
वजन और मूल्य के मामले में महिला भारतीय नागरिकों के लिए सीमा दोगुनी है। इस सीमा से अधिक सोने के आभूषण ले जाने पर सीमा शुल्क का प्रावधान है। बिलाल ने कहा कि ‘कुरियर’ (सामान पहुंचाने वालों) के जरिए सोने की तस्करी का चलन दशकों से है। खबर में कहा गया है कि चांगी हवाई अड्डे के टर्मिनल-1पर सोने की तस्करी करने वाले चाहते हैं कि ‘कुरियर’ 25 ग्राम से 30 ग्राम सोने के आभूषण ले जाएं, जो कानूनी सीमा से थोड़ा बाहर है। खबर में कहा गया है, सीमा शुल्क अधिकारियों सहित भारतीय अधिकारी सोना पहुंचाने का काम करने वाले यात्रियों के प्रति सचेत हैं।
खाड़ी के साथ-साथ मलेशिया और सिंगापुर सहित एशिया में विभिन्न हवाई अड्डों पर यात्रियों को निशाना बनाने वाले गिरोह की खबरें आई हैं, जहां सोना भारत की तुलना में सस्ता है। सिंगापुर पुलिस बल के हवाले से खबर में कहा गया है कि यात्रियों के लिए सिंगापुर से बाहर सोना या अन्य कीमती धातुओं को ले जाने की भार संबंधी कोई सीमा नहीं है। (भाषा)
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