Inflation in Italy & Netherlands:इन दिनों एशिया और यूरोप समेत पश्चिमी देश तक महंगाई की मार झेल रहे हैं। इसी कड़ी में इटली और नीदरलैंड भी हैं, जहां महंगाई चरम पर है। इटली में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक ने 2021 में इसी महीने की तुलना में सितंबर में 8.9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया, जो यूरो मुद्रा के निर्माण के बाद से साल-दर-साल सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2021 और इस साल अगस्त के बीच यानी पूरे एक साल में कीमतों में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अब तक इटली की महंगाई दर में साल-दर-साल चार सबसे बड़ी वृद्धि पिछले चार महीनों में दर्ज की गई है। इटली के राष्ट्रीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसटीएटी) के अनुसार साल के पहले नौ महीनों में देश की महंगाई दर एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 7.1 प्रतिशत अधिक थी। कीमतों के अधिक बढ़ने के पीछे का मुख्य कारक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष ऊर्जा-संबंधी लागत हैं।
खाद्य वस्तुओं में 11.5 फीसद की बढ़ोत्तरी
ऊर्जा वस्तुओं की कीमतें एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में सितंबर में 44.5 प्रतिशत अधिक थीं। उच्च ऊर्जा लागत का प्रभाव परिवहन सेवाओं समेत अन्य क्षेत्रों में भी महसूस किया गया, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। सितंबर में समाप्त होने वाले 12 महीनों में खाद्य पदार्थो में भी 11.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और वस्तुओं की कीमतों में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
नीदरलैंड में 17.1 फीसद पहुंची महंगाई दर
नीदरलैंड में सितंबर में महंगाई दर रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ 17.1 फीसदी पर पहुंच गई है, जो डच सरकार के लिए एक झटका है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को स्थानीय मीडिया से वित्त मंत्री सिग्रिड काग के हवाले से कहा, "यह भयानक है, यह वास्तव में बहुत अधिक है। यूरोपियन हार्मोनाइज्ड इंडेक्स ऑफ कंज्यूमर प्राइस (एचआइसीपी) द्वारा मापी गई और डच सेंट्रल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (सीबीएस) द्वारा रिपोर्ट की गई रिकॉर्ड उच्च सालाना दर अगस्त के 13.7 प्रतिशत की दर से ऊंचाई पर है, जो पहले से ही एक रिकॉर्ड था।
इस मदद से क्या रुक सकेगी महंगाई
सीबीएस के अनुसार ऊर्जा की बढ़ती कीमतों ने मुद्रास्फीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 17.1 प्रतिशत एचआइसीपी आंकड़ा अभी भी अपूर्ण स्रोत डेटा पर आधारित पहला अनुमान है। नियमित डच उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआइ) के अनुसार, मुद्रास्फीति सहित नियमित आंकड़े 6 अक्टूबर को प्रकाशित किए जाएंगे। काग ने कहा कि डच सरकार ने पहले ही अधिकांश घरों के लिए क्रयशक्ति को संरक्षित करने के लिए 17 अरब यूरो (16 अरब डॉलर) के उपायों का एक पैकेज पेश किया था और वे अभी भी ऊर्जा मूल्य कैप पर काम कर रहे हैं।
खर्च पर करें नियंत्रण
नीदरलैंड के लोगों को सलाह दी गई है कि सावधान रहना होगा कि हम अभी सारा पैसा खर्च न करें वरना मंदी की स्थिति में हमारे पास कुछ नहीं बचेगा।अधिक हस्तक्षेप वास्तव में मुद्रास्फीति को बढ़ावा दे सकता है। यह एक संतुलनकारी कार्य है, जो कई देशों में किया जा रहा है। इसलिए लोगं को अभी से इसके प्रति जागरूक रहना चाहिए। खर्च पर जितना हो सके नियंत्रण पाने की कोशिश करें।
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